
24 न्यूज अपडेट, उदयपुर। गंगूकुण्ड स्थित इस्काॅन मन्दिर की ओर से 27 जून को आयोजित विशाल रथ यात्रा की तैयारी जोरो से चल रही है। इसी क्रम मे रविवार को मन्दिर परिसर मे सभी समिति के पदाधिकारी के साथ बैठक हुई। जिसमे अब तक हुए सेवाकार्य तथा आगामी तैयारी को लेकर अन्तिम रुप दिया गया। इस्काॅन अध्यक्ष मायापुर वासी प्रभु ने बताया कि पुरी परम्परानुसार गुण्डिचा मार्जन के अन्तर्गत रथयात्रा की पूर्व सन्ध्या 26 जून को मन्दिर के अन्दर व बाहर तथा मार्ग को वैष्णव भक्त व माताओ के हाथो पूरी साफ-सफाई धुलाई कर मार्जन किया जाएगा। मन्दिर के अन्दर बाहर रंगोली सजाने मुम्बई इस्काॅन मन्दिर के भक्त आ रहे है। पूणे से श्यामानन्द गौर प्रभु पधारेंगे। न्यूजीलैंड निवासी राजस्थान इस्काॅन प्रमुख संभागीय सचिव पंचरत्न प्रभु जयपुर से आयेगें। रथ के आगे माताऐ बहने मांगलिक लाल केसरिया साडी-चुन्नी गोपी ड्रेस मे सिर पर कलश धारण कर आगे चलेगी। पुरुष धोती कुर्ता अथवा सफेद कुर्ता पायजामा पहन चलेगें।जबकि सभी भगवाधारी ब्रह्मचारी वैष्णव वृन्दावन के देवहरि प्रभु के संकीर्तन दल के सानिध्य मे इस्काॅन शैली मे पूरे मार्ग मे मृदंग मंजीरे करताल बजाते,नाचते कूदते गाते हरिनाम संकीर्तन करते चलेगें।जो आकर्षण का केंद्र होगा। मिडिया प्रभारी डाॅ.बालकृष्ण ने बताया कि 22 से 26 तक सायंकाल रथयात्रा कथा के अन्तर्गत रविवार को हनुमानगढ से आए शास्त्र स्वरुप प्रभु ने प्रवचन मे पुरी जगन्नाथ मन्दिर स्थापना की विशेषता की संक्षिप्त जानकारी देते हुए बताया कि 1965 मे इस्कॉन संस्थापक आचार्य श्रील प्रभुपाद ने सर्वप्रथम अमेरिका मे जगन्नाथ रथयात्रा निकाली, जिसे आज पूरा विश्व रथयात्रा के रुप मे मना रहा है। मायापुरवासी के अनुसार यात्रा मार्ग के बिजली पोल तार पेड आदि बाधाओ को बिजली विभाग तथा नगर निगम के सहयोग दूर किया जा रहा है। मार्ग निवासी, विभिन्न समाज, व्यापारी वर्ग आगे आकर सेवा दे रहे है।
उल्लेखनीय है कि जगन्नाथ रथ यात्रा धर्मोत्सव समिति जगदीश चोक अध्यक्ष दिनेश मकवाना एंव इस्काॅन अध्यक्ष मायापुर वासी ने आपस मे निमंत्रण आदान प्रदान प्राप्त कर सनातन धर्म व नगर जनहित मे हुए आपसी सामंजस्य निर्णयानुसार एक दुसरे के रथोत्सव मे शामिल हो सहयोग करेंगें।
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