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जयकारों के साथ हुई गणपति प्रतिमाओं की स्थापना

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24 News Update सागवाड़ा (जयदीप जोशी)। नगर एवं आस-पास ग्रामीण क्षैत्र में गणपति के पूजन दिवस गणेश चतुर्थी पर बुधवार को प्रात: से देर शाम तक श्रेष्ठ मुहूर्त पर गणेश मंडलो द्वारा मंडप में भगवान जयकारो के साथ विगनहर्ता गणेश जी प्रतिमाओं की पण्डीतो के मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना कर मंडल द्वारा बनाये गये विशाला पाण्डलो में स्थापित की गई । साथ ही दस दिन तक भगवान गणेश की पूजा अर्चना कर 6 सितम्बर शनिवार को अनन्त चतुर्थी पर नगर व ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित गणेश प्रतिमाओं की भव्य शोभायात्रा जुलूस के साथ प्रतिमाओ को पानी में विसर्जन किया जायेगा।
गणेश चतुर्थी पर बुधवार प्रात: शुभ समय से दोपहर तक दिन भर भी गणेश मंडल के सदस्येा द्वारा गणेश प्रतिमा केा ले जाने का दौर चलता रहा तथा मंडलो द्वारा श्रेष्ठ मूहुर्त में हिन्दु धर्म के प्रथम आराध्य देव गणेश की प्रतिमा विधी विधान के साथ पूजा अर्चना,बैण्ड बाजो व जयकारो के साथ मंडल में स्थापित किये गये। गणेश मंदिरों में विशेष अनुष्ठान किये गये नगर के माण्डवी चौक व पोल का कोठा में मंडल द्वार अनुपम पहल करते हुए पीतल व रजत पानियों •े साथ मनोहारी शृंगार कि गई गणेश •ी प्रतिमा स्थापित की गई। घरों में भी पूजा स्थल पर रखे गणेश सहित घर •े सभी दरवाजों •े चौखट पर पानिये लगाए गए। नगर में गणपति प्रतिमा ले जाने वालो की भारी भीड़ रही। मांडवी चौ• पर सार्वजनिक गणेश मंडल की ओर से पण्ड़ित जयदेव शुक्ला के वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच यजमान पियूष उर्फ बंटी शाह परिवार के सान्निध्य में पूजा अर्चना के साथ अष्ठ धातु की प्रतिमा विराजित की। नगर के पोल का कोठा,माण्डवी चौक,गौरव पंथ गामठवाडा, भोईवाडा, हरीजन बस्ती, गामठवाडा,•टारवाडा, सुथारवाडा, भावसारवाडा, मोचीवाडा गणेश मंदिर,•लालवाडी, सिन्धी कॉलोनी, एकलव्य कॉलोनी,मसाणिया तालाब माता मंदिर परिसर खटीक समाज,मावीता, पटेलवाडा पूरानी आबादी,परमारवाडा, पुजारवाडा,मंगलम् विहार,रूद्रप्रयाग कालोनी,पूर्नवास •ॉलोनी गणेश चौक सहित कई स्थानो व घरो में गणेश की स्थापना की गई साथ ही नगर के निकटृवर्ती हडमाला लक्ष्मीनारायण चौक, वणौरी, लिमडी, गोवाडी, नन्दोड, ठाकरडा,खडगदा, सुरजगाव, भीलूडा, सैलोता, कानपूर, दिवड़ा छोटा- बडा, डैयाणा, आरा, बुचिया, सरोदा, वरसिंगपूर, नयागांव, पादरा, ओड,पाडवा,•ो•ापूर,भासौर सहित आस-पास •े गांवो व घरो में श्रंृद्वा व भक्ती भाव से गणेश स्थापना कर पूजा की जा रही है। वागड गुजरात व महाराष्ट से लगी सीमा पर होने से गुजरात व महाराष्ट्र में आयोजित होने वाले धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होगें। इस क्षेत्र में उसी की तर्ज पर हर्षे उल्लास के साथ मनाया जाता है कयो की यहा के अधिकतर लोग महाराष्ट्र गुजरात में व्यापार व नोकरी करते है काफी समय होने से वहा के त्यौहारो के प्रति रूजा बडा जिसें वागड में जाग्रत करने का कार्य किया जा रहा है जिस•े चलते वागड में गणेश उत्सव व नवरात्री गरबा रास का भव्यता से आयोजन होता है। गणेश स्थापना से दस पन्द्रह दिन पूर्व •ी मंडलो द्वारा अच्छी-अच्छी मुर्ति को बुक करा दिया जाता है तथा स्थापना के एक दिन पूर्व या स्थापना के दिन श्रेष्ठ मुहूर्त पर बैण्ड बाजो भजन •िर्तन •े साथ स्थापित स्थल पर ले जाया जाता है। गणेश मुर्ति विक्रेता की दुकानो पर तीन दिन तक मुर्ति खरीदने वालो का ताता लगा रहा। छोटे छोटे मुर्तीयो को खरीदने मे अधिक उत्साह देखने मिल रहा है।

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