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ज्ञान गंगा महोत्सव : 20 जुलाई से 15 अगस्त तक धर्म, संस्कृति और राष्ट्र जागरण का महाकुंभ, राष्ट्रसंत पुलक सागर महाराज की वाणी से गुंजेगा उदयपुर, 27 दिनों तक चलेगी भव्य प्रवचन श्रृंखला

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24 News Update उदयपुर। शांत नगरी उदयपुर आगामी 20 जुलाई से 15 अगस्त तक एक दिव्य आध्यात्मिक ऊर्जा का साक्षी बनेगा। श्री महावीर दिगम्बर जैन मंदिर, सर्वऋतु विलास में राष्ट्रसंत पुलक सागर महाराज के ससंघ चातुर्मास के अंतर्गत 27 दिवसीय ज्ञान गंगा महोत्सव का शुभारंभ होने जा रहा है। यह आयोजन केवल धार्मिक प्रवचनों की श्रृंखला नहीं, बल्कि संयम, संस्कृति और समाज के पुनरुत्थान का एक ऐतिहासिक प्रयास है।
चातुर्मास समिति के अध्यक्ष विनोद फांदोत ने बताया कि इस महोत्सव का शुभारंभ 20 जुलाई, रविवार को होगा और समापन 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस के विशेष आयोजन के साथ किया जाएगा। इस दौरान प्रतिदिन राष्ट्रसंत पुलक सागर महाराज की ओजस्वी वाणी से प्रवचन होंगे, जो धर्म, समाज और राष्ट्र के त्रिकोण को आत्मिक चेतना के सूत्र में पिरोने का कार्य करेंगे।

विशेष पर्वों पर विशेष आयोजन
ज्ञान गंगा महोत्सव में 31 जुलाई को मोक्ष सप्तमी, 9 अगस्त को रक्षाबंधन, तथा 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में विशेष आयोजन होंगे। इन आयोजनों में धर्म, देशभक्ति और सांस्कृतिक मूल्यों की त्रिवेणी बहती नजर आएगी।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सजेगा हर दिन
महामंत्री प्रकाश सिंघवी ने बताया कि महोत्सव के प्रत्येक दिन विभिन्न महिला संगठनों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की प्रतियोगिताएं होंगी। समापन के दिन उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार दिए जाएंगे। ये प्रस्तुतियां जहां एक ओर श्रद्धा का संचार करेंगी, वहीं दूसरी ओर संस्कृति के रंगों से मंच को सजाएंगी। प्रचार-प्रसार मंत्री विप्लव कुमार जैन ने बताया कि ज्ञान गंगा महोत्सव के दौरान देशभर से राजनेता, प्रशासनिक अधिकारी, फिल्म एवं टेलीविजन जगत की हस्तियां तथा विभिन्न धर्मों के गुरु उपस्थित रहेंगे। यह आयोजन एक धर्म महासंगम की तरह होगा जिसमें सामाजिक समरसता और आध्यात्मिक उन्नयन का अद्वितीय दृश्य देखने को मिलेगा। राष्ट्रसंत पुलक सागर महाराज के प्रवचनों को सुनने हेतु न केवल उदयपुर बल्कि मुंबई, दिल्ली, मध्य प्रदेश सहित डूंगरपुर, बांसवाड़ा, सागवाड़ा, साबला, धरियावद, भीण्डर, कानोड़ जैसे अनेक नगरों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु उदयपुर पहुंचेंगे। मंदिर परिसर प्रतिदिन धार्मिक क्रियाओं से गूंजेगा, जिसमें भगवान महावीर का महाभिषेक, नित्य नियम पूजन आदि प्रमुख होंगे।

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