24 News Update नई दिल्ली/मुंबई। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने उद्योगपति अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCom) के खिलाफ 2,000 करोड़ रुपए से अधिक के बैंक फ्रॉड मामले में केस दर्ज किया है। यह फ्रॉड स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से लिए गए कर्ज को लेकर हुआ है। जांच एजेंसी ने शनिवार (23 अगस्त) को कंपनी के दफ्तरों और अनिल अंबानी से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी भी की।
SBI की शिकायत पर केस
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में लिखित जवाब में कहा था कि SBI ने इस मामले में CBI में शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू की है। बैंक ने अनिल अंबानी के खिलाफ व्यक्तिगत दिवालिया कार्यवाही भी शुरू कर दी है, जो फिलहाल मुंबई NCLT में लंबित है।
यस बैंक लोन मामले से जुड़ी कड़ी
गौरतलब है कि 23 जुलाई को भी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप से जुड़े 35 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी। यह कार्रवाई यस बैंक से लिए गए 3,000 करोड़ रुपए के लोन धोखाधड़ी मामले में हुई थी।
4 प्रमुख सवाल-जवाब
सवाल 1: CBI ने कार्रवाई क्यों की?
जवाब: मामला 2017 से 2019 के बीच यस बैंक द्वारा रिलायंस ग्रुप की कंपनियों को दिए गए करीब 2,000 करोड़ रुपए के लोन से जुड़ा है। कंपनी यह कर्ज चुका नहीं सकी। आरोप है कि कर्ज का इस्तेमाल गलत तरीके से किया गया और नियमों का पालन नहीं हुआ।
सवाल 2: CBI की भूमिका क्या है?
जवाब: CBI पहले ही रिलायंस होम फाइनेंस और रिलायंस कॉमर्शियल फाइनेंस से जुड़े दो मामलों में FIR दर्ज कर चुकी है। इन मामलों में यस बैंक के पूर्व CEO राणा कपूर को भी आरोपी बनाया गया था। जांच के दौरान नेशनल हाउसिंग बैंक, सेबी, नेशनल फाइनेंशियल रिपोर्टिंग अथॉरिटी और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसी एजेंसियों ने भी ED को जानकारी साझा की।
सवाल 3: जांच में अब तक क्या सामने आया?
जवाब: ED की रिपोर्ट के अनुसार, यह एक “सुनियोजित प्लान” था जिसके तहत बैंकों, निवेशकों और सार्वजनिक संस्थानों को गलत जानकारी देकर धन हड़पा गया। गड़बड़ियों में शामिल हैं—
कमजोर या बिना वेरिफिकेशन वाली कंपनियों को लोन।
कई कंपनियों में एक ही डायरेक्टर और पते का इस्तेमाल।
लोन दस्तावेजों की कमी।
फर्जी कंपनियों में पैसे ट्रांसफर करना।
पुराने कर्ज चुकाने के लिए नए कर्ज लेना (लोन एवरग्रीनिंग)।
सवाल 4: RCom और अनिल अंबानी पर अन्य आरोप क्या हैं?
जवाब: SBI ने हाल ही में RCom और अनिल अंबानी को “फ्रॉड” घोषित किया। बैंक का कहना है कि कंपनी ने कुल 31,580 करोड़ रुपए के लोन का गलत इस्तेमाल किया। इसमें से 13,667 करोड़ रुपए दूसरी कंपनियों के कर्ज चुकाने में और 12,692 करोड़ रुपए रिलायंस ग्रुप की अन्य कंपनियों को ट्रांसफर किए गए।
दिवालियापन कार्यवाही जारी
SBI ने CBI में शिकायत दर्ज कराने के साथ-साथ अनिल अंबानी के खिलाफ व्यक्तिगत दिवालियापन की प्रक्रिया भी शुरू की है। यह मामला नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT), मुंबई में विचाराधीन है।
Discover more from 24 News Update
Subscribe to get the latest posts sent to your email.