24 news Udpate उदयपुर। तेरापंथ धर्मसंघ के एकादशम अधिशास्ता आचार्य महाश्रमण अपनी धवल वाहिनी के साथ अहमदाबाद चातुर्मास समाप्त कर मेवाड़ की ओर प्रस्थान कर चुके हैं। शुक्रवार को आचार्यश्री गड़ाधर से विहार करते हुए शामलाजी पहुंचे, जहां मार्ग में ग्रामीणों, विद्यार्थियों और बड़ी संख्या में श्रावक–श्राविकाओं ने श्रद्धाभिवादन किया। आचार्य महाश्रमण का प्रदेश में प्रवेश 16 नवंबर (शनिवार) को प्रातः रतनपुर बॉर्डर से होगा। मेवाड़ जैन श्वेतांबर तेरापंथी कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने बताया कि राजस्थान सीमा पर एआईसीसी सदस्य दिनेश खोड़निया, स्वच्छ भारत मिशन के राजस्थान कोऑर्डिनेटर के.के. गुप्ता, तथा डूंगरपुर, उदयपुर, राजसमंद और भीलवाड़ा जिले के अनेक गणमान्य व्यक्तित्व आचार्यश्री का स्वागत करेंगे।
⚜ “शक्ति और बुद्धि का सदुपयोग आत्म-विकास के लिए करें” — आचार्य महाश्रमण
शामलाजी में आयोजित अमृत देशना में आचार्यश्री ने कहा कि विषयासक्ति मन और शरीर दोनों को दुर्बल बना देती है। अनियंत्रित भोग-विलास मनुष्य को मार्गभ्रष्ट करता है। उन्होंने संदेश दिया कि—
“श्रेष्ठ कार्यों के लिए स्वस्थ शरीर, दृढ़ मनोबल और शांत चित्त अत्यावश्यक हैं। शक्ति और साधनों का उपयोग विनाश में नहीं, बल्कि लोककल्याण और आत्म-विकास में होना चाहिए।”
गुजरात में मंगल भावना समारोह
दो चातुर्मासों की पूर्णाहुति पर गुजरात में मंगल भावना समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में अरविंद संचेती, महावीर चावत, शंकरलाल पितलिया, अशोक सुकलेचा सहित अनेक पदाधिकारियों ने उद्गार व्यक्त किए।
कस्तूरभाई लालभाई हॉस्पिटल, लक्ष्मीपुरा में नवस्थापित महाश्रमण इमेजिंग सेंटर का लोकार्पण भी आचार्यश्री के सान्निध्य में हुआ।
साधु-संतों और विशिष्टजनों का सम्मान
कार्यक्रम में कृष्णा प्रणाली आश्रम के कमलेश महाराज, श्याम सुंदर महाराज, सोहम पुरी महाराज, अवधेशानंद महाराज एवं रणछोड़राय मंदिर के मनोज शुक्ला का सम्मान उपरना व स्मृति–चिन्ह से किया गया। मेवाड़ यात्रा संयोजक पंकज ओस्तवाल, निर्मल गोखरू, बलवंत रांका सहित अनेक पदाधिकारियों ने अभिनंदन कार्य संपादित किया। अंत में उपस्थित जनसमुदाय को मंगल पाठ का श्रवण करवाया गया। आचार्यश्री की मार्ग सेवा में किशनलाल डागलिया, राजकुमार फत्तावत, पंकज ओस्तवाल, निर्मल गोखरू, बलवंत रांका, राकेश सूतरिया, नानालाल राठौड़, गौतम बाफना, केतन डूंगरवाल, दीपक सिंघवी सहित अनेक सेवाभावी उपस्थित रहे।

