24 News Update उदयपुर। क्रिसमस डे के अवसर पर उदयपुर के प्रख्यात स्वर्ण शिल्पी और 121 वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर प्रोफेसर डॉक्टर इकबाल सक्का ने एक बार फिर अपनी विलक्षण कला से लोगों को चकित कर दिया। इस बार उन्होंने क्रिसमस की पावन कथा को अत्यंत सूक्ष्म चांदी की कलाकृतियों के माध्यम से जीवंत रूप दिया है।
प्रो. डॉ. सक्का ने घास से बनी एक झोपड़ी तैयार की, जिसके भीतर घास की ही एक छोटी टोकरी में हजरत ईसा अलैहिस्सलाम को जन्म के प्रतीक स्वरूप दर्शाया गया है। यह आकृति चांदी से निर्मित मात्र तीन मिलीमीटर आकार के बालक के रूप में बनाई गई है, जिसे नग्न आंखों से देख पाना कठिन है।
इस लघु दृश्य के साथ क्रिसमस से जुड़ी कई प्रतीकात्मक निशानियां भी शामिल की गई हैं। इनमें एक सेंटीमीटर का चांदी का चर्च, तीन मिलीमीटर का क्रॉस, मछली, बेल, कांटों का ताज, मोमबत्ती और तारा शामिल हैं। तीन रंगों में सजी कुल नौ सूक्ष्म कलाकृतियों को घास की झोपड़ी में सुसज्जित कर प्रदर्शित किया गया है।
डॉ. सक्का के अनुसार, ये दुनिया की सबसे छोटी चांदी की क्रिसमस कलाकृतियों में शामिल हैं, जिन्हें देखने के लिए लेंस की सहायता लेनी पड़ती है। उन्होंने बताया कि वे इन कलाकृतियों को क्रिसमस डे पर उदयपुर के 134 वर्ष पुराने शेफर्ड मेमोरियल चर्च, चेतक सर्किल पर प्रदर्शित करना चाहते हैं, इसके लिए चर्च प्रबंधन से संपर्क किया गया है।
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