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901 सामुहिक एकासन के साथ हुई ग्रैंड समर्पणा दिवस की शुरूआत, आचार्य श्री रामेश के 50 वे दिक्षा महोत्सव पर अब 50 दिनो तक होगें विभिन्न धार्मिक आयोजन

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कविता पारख

24 न्यूज़ अपडेट निम्बाहेडा । साधुमार्गी जैन संघ के आचार्य श्री रामेश की दिक्षा के 50 वर्ष पूर्ण होने पर अखिल भारत वर्ष में इसे महत्तम महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है पिछले 28 माह से महत्तम महोत्सव के तहत विभिन्न आयोजन हो रहे है अब अंतिम 50 दिनों तक केन्द्रीय कार्यालय से प्राप्त निर्देशानुसार विभिन्न धार्मिक ग़तिविधियों का संचालन किया जाएगा। जिसका आगाज़ ग्रैंड समर्पणा दिवस के रूप में 22 दिसम्बर रविवार को सामूहिक एकासन के साथ हुआ जिसके तहत साधु मार्गी जैन संघ के नेतृत्व में सकल जैन समाज द्वारा विशाल एकासन तप का आयोजन श्री राजेंद्र सुरी ज्ञान मंदिर परिसर में किया गया जिसमें करीब 901 से अधिक तपस्वियों ने एकासना तप कर आचार्य श्री रामेश के महतम महोत्सव में अपनी आहुतियां दी है जिसमें कई छोटे छोटे बच्चों ने भी एकासना तप कर आचार्य श्री रामेश के प्रति अपनी समर्पणा अंकित करवाई। संघ प्रवक्ता दिलीप बक्षी ने जानकारी देते हुए बताया कि आयोजन में सकल जैन संघ के प्रत्येक सदस्य ने घर घर जाकर धर्म की दलाली की और बडे ही उत्साह के साथ कार्यक्रम को सफल बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी ओर तो ओर रेयान सिंघवी 6 वर्ष ,अयान सिंघवी 7 वर्ष,वंश सोनी 10,पहल सिंघवी 10,सीवी जैन 10 वर्ष सहित कई छोटे छोटे बालक बालिकाओं ने उत्साह व श्रद्धा भाव से इस तप महोत्सव में भाग लेकर इस कड़ी को आगे बढ़ाया है। संघ मन्त्री सुशील नागोरी ने बताया कि रविवार को प्रातः साढे आठ बजे समता भवन में समता शाखा के साथ कार्यक्रम की शुरूआत हुई उसके बाद नमस्कार मन्त्र का जाप और तत्पश्चात सुषमा श्रीजी वो श्वर्णलता श्रीजी मारासाब ने भजन के माध्यम से गुरु राम का गुणानुवाद किया वही शासन दीपिका चेतन श्री जी एवं चारित्र प्रभाजी मसा ने अपनी अमृतदेशना में फरमाया की गुरू रामेश के 50 दीक्षा महोत्वस पर हमें उत्तरायन सुत्र की पांच गाथाऐं कंण्ठस्थ याद कर गुरू के चरणों में भेंट देना चाहिये उन्होने फरमाया की गुलाब के फुल को कहीं भी रख दो उसकी खुसबु सब तरफ फेलती ही है। उसी प्रकार हमारे गुरू चाहे कहीं पर पर रह उनके गुणो की खुशबु से हमारी बगीया सदैव महकती रहेगी उन्होने बताया की पंचम आरे में हम सभी को आचार्य श्री रामेश एवं उपाध्याय प्रवर राजेश मुनी का सानिध्य मिला है हम सभी धन्य हो गये है उनके गुणो को हम अपने आचरण में उतारेगें तो हमारा जीवन मंगलमय हो जाऐगा। आरम्भ में संघ अध्यक्ष रतनलाल पोरवाल ने सभी संघो के पदाधिकारियों और सदस्यों का स्वागत करते हुऐ महत्तम महोत्सव में उनके द्वारा दी गई आहुति के लिये आभार व्यक्त किया करते हुऐ भविष्य में भी ऐसा सहयोग बनाये रखने की अभिलाशा व्यक्त की संघ के वरिष्ठ सदस्य अरूण मारू ने महत्तम महोत्व व उसके 9 आयामों को बताते हुऐ आचार्य भगवन के प्रति कृतज्ञता के भाव प्रकट किये संघ के राष्ट्रिय उपाध्यक्ष प्रकाश चपलोत ने आचार्य रामेश के संस्मरण के जरिये से उनका गुणानुवाद कर अपने जीवन को धन्य बनाने के लिये उन गुणो को अपने जीवन में उतारने का आव्हान किया सभा का संचालन संघ मन्त्री सुशील नागोरी ने किया। प्रवचन उपरांत वीर परिवार एवं तपस्वी भाई बहनो का व वहीं शेके काल में आस पास के गांवों में जैन व जेनेतर परिवार जो साधु सतो को आवास व अन्य सेवा देते है एसे सभी परिवारों का बहुमान किया गया एवं चातुर्मास के दौरान 12 वर्ष से कम आयु के बालक बालिकाओं जिन्होने पर्युषण पर्व में नियमित तौर पर प्रतिक्रमण में हिस्सा लिया व अन्य गतिविधियों में नियमित उपस्थिति रहे ऐसे 60 से अधिक बच्चो को प्रोत्साहन हेतु पारितोषित प्रदान किया। आदर्श कॉलोनी स्थित राजेन्द्र सुरी ज्ञान मन्दिर में सामुहिक एकासन करने वाले तपस्वीयों की सकल जैन सघं के युवा सदस्यों की टीम ने उदार मन से सेवा का लाभ लिया।

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