24 News Update उदयपुर। संवैधानिक अधिकार जनजागृति संस्थान, सर्व बहुजन, मूलनिवासी, आदिवासी, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक समाज के संयुक्त तत्वावधान में 76वां संविधान दिवस समारोह 26 नवंबर को एमबी हॉस्पिटल के न्यू ऑडिटोरियम में आयोजित होगा। कार्यक्रम में संविधान संबंधी जनजागरूकता, नागरिकों के मूल अधिकारों तथा इन्हें जन-जन तक पहुंचाने की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
संस्थान के अध्यक्ष गणेशलाल रायकवाल ने बताया कि भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है, जिसे बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में तैयार कर 26 नवंबर 1949 को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि आज भी ओबीसी, एसटी, एससी एवं अल्पसंख्यक वर्ग गरीबी, बेरोजगारी, शोषण, अत्याचार, अशिक्षा और समान अवसरों की कमी जैसी चुनौतियों से जूझ रहे हैं, जिसका मूल कारण संवैधानिक प्रावधानों का प्रभावी क्रियान्वयन न होना है। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय कर्मचारी संघ, नई दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष डी.आर. ओहोल वर्तमान संवैधानिक स्थिति पर प्रकाश डालेंगे। आयोजन का उद्घाटन एसबीआई के मुख्य प्रबंधक एवं संगठन के आजीवन सदस्य अंबालाल सालवी करेंगे, जबकि अध्यक्षता संस्थान के संस्थापक एवं अध्यक्ष गणेशलाल रायकवाल द्वारा की जाएगी। समारोह में सेवानिवृत्त IAS तारा चंद मीणा, प्रो. सुधा चौधरी (दर्शनशास्त्र विभाग, सुविवि), राष्ट्रीय बहुजन प्रचारक जनाब रईस मलिक, जनाब खुर्शीद खान कायमखानी, प्रो. भेरूलाल सालवी, एडवोकेट सत्येंद्र पाल सिंह छाबड़ा, बिशप डॉ. बेन्जामिन डोडियार, रेव. सनी एस. कुमार सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहेंगे।
कार्यक्रम संयोजक प्रो. आमोस मीणा ने बताया कि यह संगठन का दूसरा राज्य स्तरीय आयोजन है। संविधान और नागरिक अधिकारों के प्रति जनजागरूकता के लिए मोहल्लों से लेकर गांवों तक अभियान चलाया जा रहा है, जिसे और विस्तृत रूप दिया जाएगा। संगठन के उपाध्यक्ष सुख सम्पत बागड़ी मीणा ने बताया कि समारोह में भारतीय संविधान की पृष्ठभूमि, निर्माण, उद्देश्य तथा ओबीसी, एसटी, एससी और अल्पसंख्यक वर्गों के मौलिक अधिकारों पर गहन विमर्श होगा। इस कार्यक्रम में एक से डेढ़ हजार लोगों के शामिल होने की संभावना है।
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