
24 न्यूज अपडेट. कोटा। निजी अस्पताल में ऑपरेशन करवाया। टांके कटवाने गए तो डाक्टर ने फिर पैसे ले लिए। हंगामा हो गया व डाक्टर व मरीज ने एक दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। डाक्टर ने कहा कि इलाज का पैकेज जिंदगीभर का नहीं होता है। कोटा शहर के निजी हॉस्पिटल का यह मामला है। इसमें हंगामे के बाद डॉक्टर और मरीज के परिजन ने एक-दूसरे के खिलाफ अनन्तपुरा थाने में शिकायत दी है। जितेंद्र अग्रवाल (44) ने बताया कि पत्नी मधु के पैर में दिक्कत थी। 21 दिसंबर को हॉस्पिटल में ऑपरेशन करवाया तो डॉक्टर ने 60 हजार का पैकेज बताया। पैसे जमा करवा दिए। ऑपरेशन के बाद अगले दिन डॉक्टर ने पत्नी मधु को डिस्चार्ज कर दिया। पत्नी की ड्रेसिंग करवाने जब हॉस्पिटल गए तो हॉस्पिटल स्टाफ ने 500 रुपए की फीस ले ली। रविवार को पैर के टांके कटवाने हॉस्पिटल गया तो 800 रुपए की फीस मांगी, जिस पर एतराज जताया और कहा कि 60 हजार पैकेज में इलाज करवाया है। बार-बार फीस किस बात की। स्टाफ से बहस हो गई। उनके साथ 13 साल का बेटा भी था। हम हॉस्पिटल से बाहर आ गए। थोड़ी देर बाद एक स्टाफ बाहर आया और कहा कि डॉक्टर साहब बुला रहे है। हॉस्पिटल के अंदर गया तो इमरजेंसी रूम में दो-तीन डॉक्टर और स्टाफ था। उन्होंने मारपीट कर दी। बेटे के भी अंगुली में चोट लगी। थाने में शिकायत के बाद पुलिस मेडिकल के लिए एमबीएस हॉस्पिटल लेकर आई। डॉक्टर आशीष ने बताया कि ऑपरेशन पैकेज के तहत हुआ था। दो बार ड्रेसिंग हुई, जिसका कोई चार्ज नहीं लिया। 10 दिन बाद टांके कटने और दवाइयां देनी होती है। जितेंद्र तेज आवाज में बोल रहा था। समझाया कि पैकेज जिंदगीभर का नहीं होता। पैकेज तो ऑपरेशन के बाद खत्म हो गया। इसके बाद भी नहीं माना और हंगामा शुरू कर दिया। फीमेल स्टाफ से भी गाली-गलौच की। समझाया तो कॉलर पकड़ लिया।
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