24 न्यूज अपडेट. उदयपुर। स्कूल में चाकूबाजी का शिकार हुआ देवराज आज चार दिन बाद जिंदगी की जंग हार गया। उसकी सांसों का रक्षा बंधन टूट गया। चार दिन से पूरा देश देवराज के लिए प्रार्थना कर रहा था। घर का चिराग बुझने की खबर मिलते ही मां-पिता, बहन फूट फूट कर रो पड़े। बिलख-बिलख कर उन्होंने दोषियों को सजा देने की मांग की। पहले उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया है व समझाइश के दौर चला। समाज के सभी प्रतिनिधि मौजूद रहे, स्थानीय जन प्रतिनिधि व पुलिस प्रशासन समझाइश के लिए मौजूद रहे। अस्पताल परिसर छावनी बना दिया गया है। समाज के लोगों ने 1 करोड रूपए, परिजन को सरकारी नौकरी और परिवार को सुरक्षा व संरक्षण की मांग की। लगभग दो घंटे तक वार्ता के बाद आखिर कार मृतक के परिजनों को 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने, परिवार के 1 सदस्य को संविदा पर नौकरी देने और एसटी-एससी एक्ट के तहत मामले में कार्रवाई करने पर सहमति बन गई है। लोगों ने परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने और स्कूल स्टाफ को हटाने की मांग की है। सरकारी नौकरी के लिए प्रशासन सरकार को प्रस्ताव भेजेगा। मांगों पर सहमति बनने के बाद पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इधर, शहर में सभी निजी स्कूलों में अवकाश हो गया है, सरकारी का भी आदेश आने ही वाला है। इसके साथ ही नेटबंदी का दायरा भी अब 24 घंटे और बढ़ा दिया गया है जिससे लोग भारी परेशानी में आ गए हैं। देवराज की मौ पर राज्य के कई बड़े नेताओं ने अफसोस जताते हुए आत्म शांति व परिजनों को संबल की प्रार्थना की है। सोशल मीडिया एक्स पर भी देवराज की मौत का समाचार ट्रेंड कर रहा है।
देवराज का शव फिलहाल मोर्चरी में है। परिजन बार-बार आरोपी को फांसी देने की भी मांग कर रहे हैं। इधर, प्रशासन की ओर से अशोकनगर श्मशान में दोपहर बाद वाहन आदि हटवा कर अंतिम संस्कार की भी तैयारी कर दी गई थी लेकिन छात्र की मौत के बाद व समझाइश में निकले समय से लगातार देरी होती रही।
इससे पहले करीब 3.30 बजे अस्पताल प्रशासन के साथ कलेक्टर अरविंद पोसवाल और एसपी योगेश गोयल ने बैठक की व लंबी मंत्रणा की। उसमें कई अधिकारी और भी मौजूद थे। एसपी ने इमरजेंसी के बाहर मुआयना किया और सुरक्षा की दृष्टि से बेरिकेर्ड लगवाए। उसके बाद शहर में यह खबर आग की तरह से फैल गई और लोगों का कई जगह जमावड़ आरंभ हुआ। इस बीच पहले से तैयार पुलिस बल ने एक्शन में आते हुए लगभग हर चौराहे व संवेदनशील इलाकों में कमान संभाल ली। पुलिस दल के इशारे पर दुकानें भी बंद होनी शुरू हो गई। रक्षाबंधन के चलते मार्कैट में आज जबर्दस्त भीड़ थी। सूचना के बाद लोग आशंकित हो गए व धीरे-धीरे अपने घरों को प्रस्थान करना शुरू कर दिया। इस बीच कई तरह की अफवाहें भी चल रही हैं जिन पर ध्यान नहीं देने की अपील की गई है। एमबी अस्पताल के दोनों ही मुख्य दरवाजों पर लोगों की एंट्री पूरी तरह से बंद कर दी गई है ताकि भीड जमा नहीं हो सके, मरीजों को जांच के बाद जाने दिया जा रहा है। बताया गया कि इससे पहले दोपहर करीब 2.15 बजे कलेक्टर की स्वीकृति के बाद बहनें अस्पताल पहुंची और घायल छात्र को उसकी बहन सुहानी और चचेरी बहनों ने रक्षाबंधन पर रक्षा सूत्र बांधे व भाई को राखी बांधकर उसके दीर्घायु होने की प्रार्थना की। इस बीच शहर के अश्विनी बाजार, हाथीपोल, चेटक सर्कल, मालदास स्ट्रीट भूपालवाड़ी, अंजुमन चौक आदि में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया व शाम होते-होते अंदरूनी शहर के बाजार बंद हो गए। हालांकि बाहरी शहर में बाजार खुले हुए हैं।
आपको बता दें कि गौरतलब है कि शुक्रवार को सरकारी स्कूल में पढऩे वाले एक स्टूडेंट ने दूसरे पर चाकू से हमला कर दिया था। घटना सामने आने के बाद शहर में जमकर बवाल हुआ। गुस्साई भीड़ ने आगजनी-तोडफ़ोड़ की। पुलिस ने चाकू मारने वाले नाबालिग स्टूडेंट और उसके पिता को पकड़ लिया। वहीं घायल नाबालिग एमबी हॉस्पिटल में भर्ती है। स्टूडेंट वेंटिलेटर पर था। इससे पहले छात्र की मौत के बाद विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता अस्पताल में पहुंच गए और नारेबाजी करते हुए इमरजेंसी गेट के सामने इक_ा होना शुरू हो गए। लोगों का कहना है कि 4 दिन तक हमसे झूठ कहते रहे, गुमराह करते रहे। आज अगर डिक्लेयर करना था तो रात को करते। आप तो दिल्ली ले जा रहे थे, जयपुर ले जा रहे थे। हमसे झूठ क्यों बोला, आज अचानक डेथ कैसे हुई?
उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट, कलेक्टर अरविंद पोसवाल, आईजी अजयपाल लांबा, एसपी योगेश गोयल समेत बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।
51 लाख के मुआवजे, संविदा नौकरी पर बनी सहमति, इंटरनेट कल भी बंद रहेगा, निजी स्कूलों ने किया अवकाश

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