– आर्यिका नमनश्री एवं विनय प्रभा की निश्रा में हुए धार्मिक आयेाजन
24 News Update उदयपुर। ऐतिहासिक झीलों की नगरी के पहाड़ा स्थित पद्मप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर में चातुर्मास के लिए परम् पूज्य आचार्य आदिसागर अंकलीकर की परम्परा में तृतीय पट्टाधीश तपस्वी सम्राट आचार्य सन्मति सागर गुरुदेव एवं प्रथम गणिनी आर्यिका विजय मति माताजी की शिष्या आर्यिका नमनश्री एवं आर्यिका विनय प्रभा ससंघ के सानिध्य में 16 दिवसीय शांति विधान का शुभारंभ विविध जैन संस्कार विधि से हुआ।
प्रवक्ता संजय गुडलिया ने बताया कि विश्व में शांति के लिए विधान किया जाता है। सौधर्म इंद्र सेठ धनराज शांता देवी सकावत एवं जम्बू कुमार-ममता- सुमित्रा दलावत परिवार थे। 16 दिन के पखवाड़े में शांति विद्यान का विशेष महत्व है। 16 दिन लगातार इस विधान का आयोजन किया जाएगा। इन 16 दिनों में विशेष साधना होगी।
धर्मसभा में आर्यिका नमनश्री ने कहा कि जब घर के अंदर हराने वाले मौजूद हो तो बाहर जीतना बहुत कठिन है। आत्मकल्याण का लक्ष्य हासिल करने के लिए संघाईयां व संगठिया के पाप रूपी विराधना से बचने का संकल्प करना चाहिए। पुरानी बातों के कचरे को दिमाग में भरकर न रखे जो भावों को खराब करती है। ऐसा करके हम स्वयं के कर्मो का बोझ भारी बनाते है। ये ऐसा बोझ है जिसमें दिखता कुछ नहीं है लेकिन सिर भारी होता है। जीवन में असाता वेदनीय कर्म का उदय हमारी सुख शांति छीन लेता है। ऐसे कारण सामने आते रहते है जो हमारे रोने का सबब बन जाते है। हमे जख्म देने वाला नहीं बनकर जख्म भरने वाला बनना है। जख्म देने वाला बनने पर जीवन में कई तरह की विराधनाएं होती है। हमारे कारण किसी को जख्म नहीं होने चाहिए।
इस अवसर पर अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र अदवासिया, परम संरक्षक सेठ धनराज सकावत, महामंत्री कमलेश चिबोडिय़ा, संजय गुडलिया, रमेश चिबोडिय़ा, अनिल सकरावत, दिनेश गुडलिया, देवीलाल वागावत, वरदीचंद सेमालिया, बंसतीलाल, मांगीलाल सलूम्बरिया, चन्द्र शेखर चिबोडिय़ा, करण सिंह, कन्हैयालाल जावरिया, शांतिलाल गुड़लिया, संतोष सियावत, महावीर सिपरिया, पवन पद्मावत, विजय सिंघवी चंद्रप्रकाश तितरडिया, नाथूलाल कोठारी, गणेश लाल कोठारी, मुकेश गुड़लिया, श्यामलाल, जम्बू दलावत, प्रवीण सकरावत, सुरेश चिबोडिया डॉ राजमल लखदार, गणेशलाल रुपज्योत, दिनेश गुड़लिया, कन्हैयालाल जावरिया, अशोक अदवासिया, जितेंद्र चिबोडिया, अर्जुन गंगारामजियोत, सुभाष अदवासिया, आनन्दीलाल सहित केशव नगर, पहाड़ा, आयड़ सहित आसपास क्षेत्र के सैकड़ों श्रावक-श्राविकाएं मौजूद रहे।
पदम प्रभु दिगंबर जैन मंदिर पहाड़ा में 16 दिवसीय शांति विधान प्रारंभ

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