24 News Update उदयपुर. राजस्थान विद्यापीठ (डीम्ड-टू-बी यूनिवर्सिटी) के संघटक माणिक्यलाल वर्मा श्रमजीवी महाविद्यालय प्रतापनगर और उड़ान एजुकेशनल सर्विसेज, गाजियाबाद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 10 दिवसीय ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम “इमर्जिंग ट्रेंड्स इन हायर एजुकेशन : हार्नेसिंग AI टूल्स फॉर टीचिंग एंड रिसर्च” का बुधवार को सफलतापूर्वक समापन हुआ।
इस आवासीय कार्यक्रम में देशभर के 202 शिक्षकों व शोधार्थियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
विशेषज्ञों ने दिए उच्च शिक्षा में AI अपनाने के सूत्र
दस दिनों तक चले सत्रों में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विशेषज्ञों— डॉ. गिरिजा रावत (NCERT, नई दिल्ली), डॉ. समीर शाह, डॉ. प्रिया शुक्ला, डॉ. रितेश मिश्रा, डॉ. आशीष कुमार अवधिया (IGNOU), डॉ. प्रकाश पंचोली, प्रो. याचना मल्होत्रा, डॉ. एस.के. गुप्ता, डॉ. राखी गुप्ता (BHU), डॉ. अंविति रावत, डॉ. कंचन फुलमाली, प्रो. शिवानी मिश्रा, प्रो. अंकुर गोयल, डॉ. यामिनी नेगी और प्रो. विजेता बनवारी ने उच्च शिक्षा में डिजिटल परिवर्तन, अनुसंधान पद्धति, प्रकाशन नैतिकता, AI आधारित शोध, डाटा-ड्रिवन एजुकेशन, डिजिटल कंटेंट निर्माण, पर्सनलाइज्ड लर्निंग पाथवे जैसे विषयों पर व्याख्यान और प्रस्तुतीकरण दिए।
अंतिम दिन प्रतिभागियों ने स्वयं AI टूल्स का प्रयोग करते हुए अपने PPT प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किए।
AI युग में शिक्षकों को निरंतर अद्यतन रहने की आवश्यकता—कुलपति
समापन सत्र की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शिव सिंह सारंगदेवोत ने कहा कि “आज शिक्षा, उद्योग, कृषि, रक्षा, अनुसंधान—कोई भी क्षेत्र AI से अछूता नहीं है। ऐसे में शिक्षकों के लिए आवश्यक है कि वे निरंतर स्वयं को अद्यतन रखें और शिक्षा में एआई आधारित नवाचारों का अधिकतम उपयोग करें।”
कार्यक्रम का संचालन एवं सहयोग
संयोजक एवं निदेशक डॉ. गुणबाला आमेटा ने पूरे कार्यक्रम की विस्तारपूर्वक रिपोर्ट प्रस्तुत की। उड़ान एजुकेशनल सर्विसेज की संस्थापक एवं निदेशक डॉ. अंजली राज ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम में मुख्य सहयोग एफडीपी समन्वयक डॉ. रेखा दरबार द्वारा प्रदान किया गया। संचालन सबरिन खान ने किया।
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