24 न्यूज अपडेट जयपुर। आमेर फोर्ट में पर्यटकों को सैर करवाने वाली हाथी गांव की प्रसिद्ध हथिनी ’रूपा’ की बुधवार को मौत हो गई। रूपा पिछले कुछ समय से बीमार थी और तीन महीने से पूरी तरह हिलडुल नहीं रही थी। टहलते हुए रूपा गिर गई थी. तब से उठ नहीं पा रही थी। उसकी पहचान हथिनी नंबर 18 रुपा के रूप में थी। 31 मई सुबह आमेर की ठाठर कॉलोनी में टहलते हुए रूपा गश खाकर नीचे गिर गई थी। उसके गिरने से एक मकान की दीवार टूट गई थी। उसके बाद से इलाज चल रहा था। अब मेडिकल बोर्ड बनाकर हथनी के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। रूपा के महावत ने बताया कि पिछले 3 महीने से रेस्ट पर थी। पर्यटकों को हाथी सवारी में पर नहीं लेकर जा रही थी। बुधवार देर रात हथिनी की मौत हो गई। हथिनी की मौत की सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी और पशु चिकित्सक मौके पर पहुंचें। एक जमाना था जब हाथी गांव में 100 से अधिक हाथी हुआ करते थे, लेकिन अब इनकी संख्या घटकर करीब 80 से कम रह गई है। यहां पर नियमित रूप से हाथी गांव में हाथियों के लिए मेडिकल कैंप भी लगाया जाता है।
हाथी गांव में हथनी ’रूपा’ की मौत

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