उदयुपर। समान पात्रता परीक्षा (उच्च माध्यमिक स्तर) याने की सीईटी कल से उदयपुर में तीन दिन त 88 केंद्रों पर दो पारी में हर रोज होने जा रही है। कुछ दिनों पहले हुईसीईटी स्नातक स्तरीय परीक्षा के दौरान शहर के प्रशासन ने पूरे शहर के यातायात को सुबह व शाम को राम भरोसे छोड़ दिया था। सेवाश्रम, उदियापोल सहित सभी व्यस्त चौराहों पर हालत यह हो गई कि लोगों ने अपने स्तर पर ही लड़ते-भिड़ते व समझाइश करते हुए रास्ते तय किए। कई जगह पर जाम में घंटों लोग फंसे रहे क्योंकि मौके पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात ही नहीं था। प्रशासन को पता था कि कई हजार विद्यार्थी परिजनों के साथ आ रहे हैं व उनके पास वाहन भी हैं। ऐसे में संख्या लाखों में चली गई मगर वह हाथ पर हाथ धरे बैठा रहा। उसको आम आदमी के सुलभ आवागमन की ना पहले सुध थी ना अब लग रही है। लोग रेंगते रहे, नेता व प्रशासनिक अधिकारी देखते रहे। पहले से कोई रोड डाइवर्जन नहीं, कोई हिदायत नहीं, कोई यातायात प्रबंधन नहीं। लेकिन उसके बाद जैसा कि उसी प्रशासन को देखा गया। शहर में जब राष्ट्रपति का अवागमन हुआ तो सडक़ें खाली करवा ली गईं। कई-कई घंटों तक लोग गलियों, चौराहें पर फंसे रहे, बच्चे दो-दो घंटे बाद एक गली पार करके घर तक पहुंच सके। साफ है कि जब किसी बड़े नेता की आवाजाही हो रही है तो वही प्रशासन अति सक्रिय होकर जनता को धकेल देता है मगर जब देश का भविष्य एग्जाम देने आता है तो वह जनता के साथ मिलकर कोई यातायात प्रबंधन प्लान जारी नहीं करता है। राजनीतिक दलों के नेताओं व जन प्रतिनिधियों की भी बेरूखी इसकी जिम्मेदार हैं जो खुद वीआईपी कल्चर का मजा लूटते हैं लेकिन नौजवानों को यातायात में रेंगते हुए परीक्षा केंद्र तक व वहां से वापसी में बस स्टेशन तक जाते देख कर आंख मूंद लेते हैं। उन्हें अपनी जिम्मेदारी का अहसास नहीं होता है कि उनके एक आदेश पर व्यवस्थाएं सुधर सकती हैं। ऐसे में कल से तीन दिन तक जो सीईटी का इम्तेहान हो रहा है उसमें शहरवासी जाम से निपटने की खुद तैयारी रखें। इधर, मेला, त्योहारी खरीद, उधर परीक्षा का रेला, सब मिलकर उस पर भारी पडऩे वाले हैं। ऐसे में सुबह व शाम को परीक्षा के समय के एक घंटै पहले व परीक्षा के समापन के एक घंटे बाद तक जरूरी हो तभी यात्रा करें। बच्चों को भी कह दें कि अनावश्यक एग्जाम सेंटरों के आस-पास भीड़ नहीं कर परीक्षार्थियों की मदद करें जो कई सौ किलोमीटर का सफर तय कर यहां एग्जाम देने आए हैं। उनको पहले प्राथमिकता से जाने दें।
जिला प्रशासन ने पूर्ण की तैयारियां
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर की ओर से आयोजित समान पात्रता परीक्षा (उच्च माध्यमिक स्तर) मंगलवार से प्रारंभ होगी। उदयपुर में परीक्षा के सुचारू आयोजन को लेकर जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल के निर्देशन में तैयारियां पूर्ण कर ली। अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन एवं परीक्षा समन्वयक श्री दीपेंद्रसिंह राठौड़ ने बताया कि उदयपुर में उक्त परीक्षा 22, 23 व 24 अक्टूबर को प्रतिदिन दो-दो चरणों में होगी। पहली पारी सुबह 9 से 12 बजे तक तथा द्वितीय अपराह्न 3 बजे से शाम 6 बजे तक रहेगी। इसके लिए कुल 88 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। प्रत्येक चरण में 28 हजार 272 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। इस प्रकार 3 दिन के दौरान कुल 6 चरणों में 1 लाख 69 हजार 632 अभ्यर्थी परीक्षा में भाग लेंगे।
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