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विश्व में योग भारत की देन : प्रो. सारंगदेवोत

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पीजी डिप्लोमा इन योग एजुकेशन का वाषिर्कोत्सव समारोह सम्पन्न

24 न्यूज अपडेट. उदयपुर 05 अप्रेल। जीवन में आने वाली कठिनाईयों को व्यक्ति अपने हर स्तर पर मैनेज कर सकता है लेकिन स्वास्थ्य को कभी मैनेज नहीं सकता। इसके लिए तो उसे योग का ही सहारा लेना होगा। शारीरिक, मानसिक शांति के लिए व्यक्ति को योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाना होगा। कोरोना के बाद आज पूरे संसार में आमजन योग के प्रति आकर्षित हुए है। प्राचीनकाल से ही भारत में योग परम्परा रही है, पूरे विश्व में योग भारत की ही देन है। उक्त विचार शुक्रवार को राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के संघटक लोकमान्य तिलक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के अन्तर्गत संचालित पीजी डिप्लोमा इन योग एज्यूकेशन के विद्यार्थियों की ओर से आयोजित वाषिर्कोत्सव 2024 समारोह में आयोजित आयुष्मान् भवः -करो योग, रहो निरोग कार्यक्रम में कुलपति प्रो. शिवसिंह सारंगदेवोत ने बतौर अध्यक्षीय उद्बोधन में कही। उन्होंने कहा कि आज के युग जहॉ ज्यादातर लोग तनाव, चिंता, रोग, दुख एवं अनेक प्रकार की समस्याओं से घिरे हुए है उन्हे कोई एक योग नहीं, बल्कि समग्र योग का अभ्यास करना जरूरी हो गया है। योग एक वृहद विज्ञान है इसकी चर्चा हमारे पौरोणिक ग्रंथ श्रीमद् भागवत गीता, विज्ञान भैरव तंत्र, योग वशिष्ठ, पातंजलि योग दर्शन में भी की गई है जैसे कि मनुष्य की चित्त अवस्था एक जैसी नहीं होती, वैसे ही योग का कोई एक स्वरूप नहीं होता है। राजयोग राजसी व्यक्ति के लिए, हठ योग तामसिक व्यक्ति और प्रसादी व्यक्ति के लिए, भक्ति योग सात्विक व्यक्ति के लिए, लय योग संगीतज्ञ के लिए, कुंडलीनी योग तपस्वियों के लिए होता है। आयोजन सचिव डॉ. रोहित कुमावत ने बताया कि समारेह में विधार्थियों को ट्रेक सूट वितरित किए गए व योग विद्यार्थियों ने अतिथियों के सम्मुख योग के विभिन्न आसनों को प्रदर्शित कर सभी को मंत्रमुग्ध कर किया। प्रारंभ में प्राचार्य प्रो. सरोज गर्ग ने अतिथियो का स्वागत करते हुए समारोह की जानकारी दी। संचालन फातिमा ने किया जबकि धन्यवाद योग प्रभारी डॉ. रोहित कुमावत ने दिया।
समारेह में डॉ बलिदान जैन, डॉ. अमी राठौड़, डॉ. सुनीता मुर्डिया , डॉ. हरीश मेनारिया, डॉ. पुनीत पण्ड्या , डॉ. अमित दवे, डॉ. पल्लव पांडे, डॉ. हिम्मत सिंह चुंडावत, डॉ. सुभाष पुरोहित, डॉ. सरिता मेनारिया, डॉ अनिता कोठारी, डॉ. ममता कुमावत, सहित कार्यकर्ता एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

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