24 न्यूज़ अपडेट उदयपुर: मातेश्वरी रेस्टोरेंट हॉल, सेक्टर 4 में आयोजित विवेकानंद जीवन प्रेरणा अलंकरण एवं नव वर्ष स्नेह मिलन समारोह का आयोजन समाज के वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान में हुआ। इस कार्यक्रम में समाज के विभिन्न सदस्य और गणमान्य लोग उपस्थित हुए, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में अपनी सक्रिय सहभागिता दी।
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 11 बजे चित्रगुप्त पूजन, दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण से हुई। कार्यक्रम के पहले सत्र में श्री गणेश जी, मां सरस्वती और भगवान चित्रगुप्त की तस्वीरों पर पुष्प अर्पित किए गए। इसके साथ ही सरस्वती वंदना का आयोजन हुआ, और गणमान्य सदस्यों द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया। इसके बाद ॐ चित्रगुप्त ध्यान 5 मिनट (ॐ चित्रगुप्ताय नमः के तीन बार उच्चारण के साथ ध्यान प्रारंभ तथा ॐ के तीन बार उच्चारण से ध्यान समापन) का आयोजन हुआ।
इसके बाद दूसरे सत्र में स्वामी विवेकानंद की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया गया और उनके जीवन पर प्रकाश डाला गया। स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं और उनके जीवन से प्रेरणा लेने का संदेश दिया गया। सुश्री स्मृति सक्सेना एवं सुश्री मेदिनी सक्सेना ने स्वामी विवेकानंद जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर अपने विचार प्रस्तुत किये।
तीसरे सत्र में सभी उपस्थित सदस्यों ने अपने-अपने परिचय दिए, जिसमें उन्होंने अपना नाम, परिवार में सदस्यों की संख्या, रहने का स्थान और कार्य क्षेत्र का विवरण साझा किया। इस सत्र का उद्देश्य सभी को एक दूसरे के साथ बेहतर तरीके से जानने का अवसर प्रदान करना था। चित्रांश श्री तरुण सक्सेना ने सक्सेना मातिमान कायस्थ समाज के उद्देश्य ,लक्ष्य एवं प्रस्तावित कार्यक्रमों के संबंध में जानकारी प्रदान की।
कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण था ‘विवेकानंद जीवन प्रेरणा अलंकरण’, जिसमें समाज के वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित किया गया। इन सम्मानित वरिष्ठ नागरिकों को उपर्णा, शॉल, स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। सम्मानित वरिष्ठ नागरिकों में शामिल थे:
- चित्रांश श्री आर.डी. सक्सेना: खनन इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा प्रथम श्रेणी प्रमाण पत्र प्राप्त, सेवानिवृत्त जीवन।
- चित्रांश श्रीमती कुसुम सक्सेना: हिंदी साहित्य में एम.ए. (जोधपुर विश्वविद्यालय), शिक्षा के क्षेत्र में योगदान।
- चित्रांश श्रीमती प्रभा सक्सेना: सामाजिक कार्यों में सक्रियता।
- चित्रांश श्री रमेश बाबू सक्सेना: सर्कल अधीक्षक के पद पर 33 वर्षों तक सेवा।
- चित्रांश श्रीमती निशि बाला सक्सेना: केंद्रीय विद्यालय प्रताप नगर, उदयपुर में 38 वर्ष गौरवमयी सेवा, एनसीसी सर्वश्रेष्ठ कैडेट, आरडी परेड और हैंडबॉल टीम सदस्य।
- चित्रांश श्री दिनेश सक्सेना: भारतीय सेना में 19 वर्षों की सेवा, पश्चिमी स्टार मेडल से सम्मानित।
- चित्रांश श्रीमती माधुरी सक्सेना: तुलसी साहित्य और पुस्तक प्रेम।
- चित्रांश श्रीमती कमला सक्सेना: रिटायर्ड नर्स, पशु प्रेम में समर्पित।
- चित्रांश श्री अनुपम सक्सेना: लेखन के क्षेत्र में 40 वर्षों का अनुभव, राज्य और अखिल भारतीय स्तर पर सम्मानित।
- चित्रांश श्रीमती रश्मी बाला सक्सेना: मीरा गर्ल्स कॉलेज की प्रोफेसर।
- चित्रांश श्रीमती राजरानी सक्सेना: समाज की महत्वपूर्ण सदस्य।
- चित्रांश श्रीमती हेमलता सक्सेना: 13 वर्षों तक गुरु नानक पब्लिक स्कूल में अध्यापिका।
- श्री प्रेम प्रकाश बिसारिया: सुखाड़िया विश्वविद्यालय में 38 वर्षों का अनुभव।
- श्रीमती सुमन बिसारिया: दिवंगत डॉ. जी.पी. बिसारिया की पत्नी।
- चित्रांश श्री गुलाब सिंह सक्सेना: एडवोकेट।
- चित्रांश श्रीमती जनक सक्सेना: बंबोरा में 14 पीढ़ियों का स्थान।
- चित्रांश श्री ज्ञानेंद्र जी सक्सेना: शिक्षा और समाज के क्षेत्र में सक्रिय योगदान, समाज में एक सम्मानित व्यक्तित्व।
- श्रीमती बीना सक्सेना: मथुरा प्रसाद सक्सेना परिवार की सदस्य, माताजी जीपी सक्सेना और दादीजी डा. सोनल सक्सेना ।
इन सम्मानित व्यक्तियों ने समाज के लिए बहुमूल्य योगदान दिया है, और उनके जीवन के अनुभव समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हैं।
कार्यक्रम में समाज के वरिष्ठ नागरिकों के प्रेरणादायक अनुभवों को भी साझा किया गया। इसके बाद “सक्सेना मतिमान समाज विवरणिका” के लिए सभी परिवारों की जानकारी एकत्रित की गई। इस सत्र का उद्देश्य समाज के सदस्यों के बीच एकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा देना था।
अगले सत्र में ‘छुपी डायरी’ अभिव्यक्ति सत्र आयोजित किया गया, जिसमें सभी उपस्थित सदस्यों ने अपने भावों और अनुभवों को व्यक्त किया। इसके बाद खुली चर्चा का आयोजन हुआ, जिसमें समाज के भविष्य की योजनाओं पर विचार विमर्श किया गया और आपसी
संवाद को प्रोत्साहित किया गया। श्री अनुपम सक्सैना,श्री सुनील सक्सेना, श्रीमती आशिमा सक्सेना, श्री तरुण सक्सेना श्री मनोज सक्सेना डॉक्टर मनीष सक्सेना एवं सुश्री चित्रांगदा सक्सेना ने काव्य पाठ किया तथा सुश्री हर्षाली सक्सेना एवं सुश्री हविषा सक्सेना जुड़वा बच्चियों ने अपना नृत्य प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में “ॐ श्री चित्रगुप्ताय नमः” नाम मंत्र बैंक पुस्तिका का वितरण भी किया गया। इस पुस्तिका के माध्यम से चित्रगुप्त पीठ शोध चिंतन अभियान में शामिल होकर 5 करोड़ मंत्र लेखन के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में योगदान देने का आह्वान किया गया।
कार्यक्रम के समापन में सभी आयोजकों ने धन्यवाद ज्ञापन दिया और सभी उपस्थित सदस्य को नए साल की शुभकामनाएं दीं। इसके बाद एक सामूहिक भोज का आयोजन हुआ, जिसमें सभी ने एक साथ भोजन का आनंद लिया।
इस आयोजन के सफल संचालन में कई महत्वपूर्ण सदस्य सक्रिय रूप से शामिल रहे, जैसे कि: चित्रांश मनीष सक्सेना (कार्यक्रम संचालन, प्रशस्ति पत्र तैयार करना),,चित्रांश मनोज सक्सेना (स्मृति चिन्ह एवं पूजन सामग्री व्यवस्था),,चित्रांश तरुण सक्सेना (प्रशस्ति पत्र व्यवस्था),चित्रांश गौरव सक्सेना (साउंड व्यवस्था),चित्रांश मोहित सक्सेना (सामग्री की देखरेख),चित्रांश सौरभ सक्सेना (आय-व्यय का हिसाब),चित्रांश अनुराग सक्सेना (बैठक व्यवस्था),चित्रांश इंद्रेश सक्सेना (कार्यक्रम स्थल की साज-सज्जा),चित्रांश योगेश सक्सेना (आगमन एवं सम्मान सुनिश्चित करना),चित्रांश मेदिनी सक्सेना (वीडियो निर्माण) आदि।
समाज के इस कार्यक्रम ने न केवल वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान किया, बल्कि समाज के सदस्यों को एक दूसरे से जुड़ने का एक बेहतरीन अवसर भी प्रदान किया। सभी ने इस कार्यक्रम को अत्यधिक प्रेरणादायक और सार्थक माना और भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन की इच्छा व्यक्त की।
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