24 न्यूज़ अपडेट जयपुर, 13 अगस्त। राज्यपाल श्री हरिभाऊ किसनराव बागडे ने कहा है कि राज्य के प्रत्येक नागरिक का स्वास्थ्य ठीक रखने के लिए चिकित्सा विभाग जवाबदेही रखते हुए कार्य करे। उन्होंने कहा कि जिस राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होती है, वही तेजी से विकास करता है। उन्होंने पिछड़े और आदिवासी जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं पर ज्यादा ध्यान देने, वहां डॉक्टर की उपलब्धता रहे, इसकी मॉनिटरिंग रखते हुए प्रभावी कार्य किए जाने पर जोर दिया है। उन्होंने विभाग के रिक्त पदों को भरने के लिए तुरंत कार्यवाही करने और पदोन्नतियां भी यथासमय करवाने के निर्देश दिए हैं।
राज्यपाल ने टीबी मुक्त राजस्थान के लिए अभियान प्रभावी रूप से चलाए जाने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने तहसील, गांव और जिला स्तर पर इस संबंध में विशेष कार्य करने और अगले तीन साल में राजस्थान को पूरी तरह से टीबी मुक्त करने के लिए सबको मिलकर प्रयास करने के निर्देश दिए।
राज्यपाल ने प्रदेश के जनजातीय और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभावी चिकत्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने का आह्वान किया। उन्होंने चिकित्सकों से गांव, तहसील में अनिवार्य रूप से पहुंचने और सेवा भाव से कार्य करने पर जोर दिया। उन्होंने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं में गुणात्मक सुधार लाने के लिए सामुदायिक और उप सामुदायिक चिकित्सालयों का आकस्मिक और प्रभावी निरीक्षण किए जाने की आवश्यकता जताई।
श्री बागडे ने मंगलवार को राजभवन में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में संबोधित कर रहे थे। बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर भी उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में राजस्थान को अग्रणी बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के साथ यह सुनिश्चित किया जा रहा है की प्रत्येक नागरिक को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाए।
इससे पहले राज्यपाल ने राजस्थान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने मुख्यमंत्री आयुष्मान में लाभान्वित रोगियों के बारे में जानकारी लेते हुए राज्य में प्रारंभ “रामाश्रय“ योजना की सराहना की। उन्होंने एनीमिया और टीबी मुक्त राजस्थान के लिए प्रभावी कार्य किए जाने के निर्देश दिए।
राज्यपाल ने चिकित्सा शिक्षा के अंतर्गत प्रदेश में चिकित्सा शिक्षण में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने और चिकित्सा शिक्षा का पाठ्यक्रम हिंदी में भी प्रारंभ किए जाने की कार्ययोजना पर कार्य करने की आवश्यकता जताई। उन्होनें राज्य में चिकित्सा सुविधाओं में सुधार के लिए निरंतर सेवा भाव से कार्य किए जाने का आह्वान किया।
बैठक में विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह, राज्य स्वास्थ्य मिशन के निदेशक श्री जितेन्द्र कुमार सोनी ने विभाग की गतिविधियों के बारे में विस्तार से प्रस्तुतिकरण दिया। राज्यपाल के सचिव श्री गौरव गोयल ने राजस्थान की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में विषय प्रवर्तन किया।
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