24 न्यूज अपडेट सलूंबर। सलूंबर जिले में 15 जुलाई 2024 को मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महा अभियान के अंतर्गत विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिला कलक्टर जसमीत सिंह संधू के निर्देशानुसार इस अभियान में जिले के आंगनबाड़ी केंद्र,आयुष आरोग्य मंदिर और राजकीय विद्यालयों में कुल 59186 बालक-बालिकाओं ने वृक्षासन योग किया। इसके अलावा 18000 से ज्यादा नरेगा श्रमिकों ने भी वृक्षासन योग में भाग लिया। पुरे जिले में लगभग 77186 लोगों ने इस महायोग आयोजन में उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया जो इस वृक्षारोपण अभियान के साथ साथ अपने आप में एक अनूठा रिकॉर्ड रहा। यह आयोजन वृक्षारोपण अभियान के साथ संयोजित किया गया था, जिसमें विद्यालय के छात्र छात्राओं,अधिकारियो, नरेगा श्रमिको ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया और इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों में पर्यावरण और स्वास्थ्य के प्रति जन जागरुकता लाना था, ताकि अधिक से अधिक लोग पेड़ लगाने और योग करने के महत्व को समझ सकें। दिनेश पाटीदार अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद,जीतेंद्र जोशी आयुर्वेद विभाग के नोडल अधिकारी,पियूष जैन जिला शिक्षा अधिकारी,प्रकाश चौबीसा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी,जनजाति विभाग के हॉस्टल में भी योग कराया गया जनजाति विभाग के नोडल अधिकारी वेद प्रकाश का भी सहयोग रहा तथा जिला कलेक्ट्री से पवन मेहता ने डाटा संकलन और टैक्निकल सहयोग प्रदान किया।
इन सभी अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में समर्पित होकर सामुहिक प्रयासों से इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके निर्देशन में विद्यालय के छात्र छात्राओं और श्रमिकों ने पूरे उत्साह और जोश के साथ वृक्षासन योग किया।
वृक्षासन योग कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य !
आम जन को पर्यावरण के प्रति जागरुक करना तथा इस वृक्षारोपण महाअभियान के माध्यम से लोगों को अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करना तथा स्वास्थ्य के प्रति सजगता और योगाभ्यास के द्वारा लोगों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया और योग के द्वारा विभिन्न विभागों और समुदाय के सदस्यों की सक्रिय भागीदारी से सामूहिक प्रयासों को बल मिला।
आयुष विभाग के डॉ जितेन्द्र ने इस महायोग और वृक्षारोपण अभियान के सफल आयोजन के लिए सभी विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों, विद्यार्थियो,श्रमिकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुऐ कहा की सभी के सहयोग और समर्पण से इस आयोजन के सफल होने का प्रमुख कारण रहा।

