24 न्यूज अपडेट. चित्तौड़गढ़। भदेसर क्षेत्र के पोटला खुर्द गांव में बुधवार शाम को एक महिला पर लेपर्ड द्वारा किए गए हमले ने ग्रामीणों और वन विभाग को सतर्क कर दिया। महिला ने साहस दिखाते हुए लेपर्ड के हमले से अपनी जान बचाई और तुरंत घटना की जानकारी वन विभाग को दी गई। इसके बाद मौके पर पिंजरा लगाने और सुरक्षा उपायों को लागू करने की प्रक्रिया शुरू हुई। हमले का समय महिला चंद्रा भील बुधवार शाम खेत से सब्जियां लेने गई थीं। खेत में छिपे लेपर्ड ने अचानक महिला पर झपट्टा मारा। महिला ने गर्दन बचाने का प्रयास किया, लेकिन उसका एक हाथ लेपर्ड के मुंह में फंस गया। साहसिक बचावः महिला ने दूसरे हाथ से मिट्टी उठाकर लेपर्ड की आंखों में फेंकी, जिससे लेपर्ड भाग गया। पगमार्क की पहचानः गुरुवार सुबह वन विभाग की टीम ने मौके पर लेपर्ड के दो पगमार्क देखे। पगमार्क के स्थान पर पिंजरा लगाया गया है ताकि लेपर्ड को सुरक्षित तरीके से पकड़ा जा सके। चित्तौड़गढ़ वन विभाग की फ्लाइंग टीम, निंबाहेड़ा रेंज के अधिकारी और स्थानीय वनकर्मी इस प्रक्रिया में शामिल रहे। वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे पिंजरे के पास न जाएं और सतर्क रहें। साथ ही, ग्रामीणों को लेपर्ड की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कहा गया है। हमले के दौरान महिला को हल्की चोटें आई हैं, लेकिन उसकी जान बच गई। यह महिला की हिम्मत और सूझबूझ का परिणाम है। यह घटना मानव-वन्यजीव संघर्ष का उदाहरण है, जो जंगल के क्षेत्रों में आम होता जा रहा है। वन विभाग और स्थानीय प्रशासन का प्राथमिक उद्देश्य लेपर्ड को सुरक्षित पकड़ना और ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
महिला पर लेपर्ड ने किया हमला, पगमार्क मिले वहां लगाया पिंजरा

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