कविता पारख
24 न्यूज अपडेट निंबाहेड़ा। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय निंबाहेड़ा सेवा केंद्र द्वारा मांगरोल गांव में राजयोग शिविर का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम में निंबाहेड़ा सेवा केंद्र प्रभारी बीके शिवली दीदी ने वहां उपस्थित सभी माता बहनों को परमात्मा का परिचय दिया तथा उन्होंने उन्हें बताया कि आप ही आपके घर की देवियां हो, लक्ष्मियां हो अन्नपूर्णा हो, यदि आपके अंदर सुख शांति की किरणें होगी तो आपके द्वारा पूरे परिवार में, परिवार के सदस्यों के अंदर भी सुख शांति का वास रहेगा क्योंकि आप ही वास्तविकता में सच्ची-सच्ची लक्ष्मी मां हो इसलिए हम यदि अपने अंदर परमपिता परमात्मा की याद से शांति की शक्ति का अनुभव करेंगे तो हमारे द्वारा होने वाले हर कार्य के अंदर भी शांति की शक्ति बढ़ती जाएगी हमारे मन के द्वारा यह शांति के प्रकंपन अन्य आत्माओं तक भी पहुंचेंगे जिससे उनके अंदर भी शांति का विकास होगा बीके शिवली दीदी ने बताया कि आज मनुष्य में क्रोध का कारण है मन की शांति की कमी जिस प्रकार शरीर में किसी विटामिन की, हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है तो डॉक्टर हमें वह पदार्थ खाने को कहते हैं जिसके द्वारा इन सभी का निर्माण शरीर में हो सके इसी प्रकार यदि हमारे अंदर शांति की कमी है तो शांति किसी किराना स्टोर पर तो मिलती नहीं है शांति मिलती है शांति के सागर परमपिता परमात्मा के द्वारा तो यदि हम मन के विचारों के द्वारा परमात्मा से जुड़ेंगे और अनुभव करेंगे कि वह शांति की किरणें मुझे आत्मा पर आ रही है और मेरा मन शांत स्वरूप बनता जा रहा है तो अवश्य ही हमारे मन में जो शांति की कमी है वह पूरी होती जाएगी और हमारे अंदर क्रोध और जो भी विकार आदि अवगुण है वह सब समाप्त होते जाएंगे। बीके शिवली दीदी ने सभा में उपस्थित सभी बहनों को अपना स्वयं का आत्मा का परिचय दिया उन्होंने बताया कि वास्तविकता में मैं एक शरीर नहीं हूं अपी तू इस शरीर को चलने वाली एक ज्योति बिंदु आत्मा हूं उन्होंने बताया कि मैं आत्मा हूं फिर दूसरा प्रश्न आता है कि मेरा कौन तो मेरा कोई इस दुनिया का साधन व्यक्ति वस्तु वैभव नहीं हो सकता है क्योंकि यह सब तो विनाशी है और जो मेरा होगा वह तो अविनाशी होगा वह मुझसे कभी भी अलग नहीं हो सकता है तो वास्तविकता में मेरा स्वयं परमपिता परमात्मा साथी है जो अवश्य हर पल हर क्षण किसी भी परिस्थिति में मेरा साथ देने के लिए हमेशा मेरा मददगार है फिर इस कार्यक्रम में बीके सुनीता बहन ने सभी को राजयोग का अभ्यास भी कराया यह कार्यक्रम मांगरोल में रामकन्या जाट बहन के घर पर रखा गया था जहां पर अब प्रतिदिन परमपिता परमात्मा भोले बाबा शिव बाबा की मुरली सुनाई जाएगी तथा परमात्मा की मुरली वह परमात्मा महा वाक्य है जो सकारात्मक से भरे होते हैं इन महा वाक्यों को रोज अगर हम अपने जीवन में धारण करें तो अवश्य ही हमारे जीवन में एक श्रेष्ठ परिवर्तन आएगा और हमारा जीवन सुख में संसार बन जाएगां।

