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फोन टेपिंग पर आप-दा राहत मंत्री किरोड़ी का यू टर्न, गलती मानी, भाजपा को नोटिस का जवाब दिया

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24 न्यूज अपडेट जयपुर। राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने फोन टैपिंग के मामले में अपनी गलती स्वीकार कर ली है। उन्होंने कहा कि उन्हें इनपुट मिला था कि उनका फोन टैप हो रहा है, लेकिन उन्होंने यह बात मीडिया में नहीं कही थी। यह बात उन्होंने एक सामाजिक कार्यक्रम में रखी थी, जो किसी ने वायरल कर दी। मीणा ने कहा कि अनुशासनहीनता पर कार्रवाई करने का अधिकार केवल भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के पास है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा या मंत्री झाबर सिंह खर्रा इस मामले में कोई निर्णय नहीं ले सकते। बुधवार सुबह किरोड़ीलाल मीणा ने पार्टी द्वारा मिले नोटिस का जवाब ई-मेल से भेज दिया। सूत्रों के अनुसार, यह जवाब न केवल भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को बल्कि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, संगठन महामंत्री बीएल संतोष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को भी भेजा गया है। किरोड़ीलाल मीणा ने आमागढ़ मंदिर में एक सभा के दौरान कहा था कि उनकी सरकार उनके फोन टैप कर रही है और उन पर सीआईडी नजर रख रही है। उन्होंने यह भी कहा था कि उन्होंने भ्रष्टाचार के कुछ मामले उठाए थे, जिसमें 50 फर्जी थानेदारों की गिरफ्तारी भी हुई थी। इसके बाद उनकी सरकार ने उनकी बात नहीं मानी, उल्टा उनके पीछे सीआईडी लगा दी गई और उनका फोन रिकॉर्ड किया जाने लगा। उनके इस बयान के बाद कांग्रेस ने विधानसभा में हंगामा किया और सरकार को घेरा।
भाजपा ने किरोड़ीलाल के इस बयान को अनुशासनहीनता माना। 10 फरवरी को पार्टी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया और तीन दिन के भीतर जवाब मांगा। भाजपा का मानना था कि उनके इस बयान से बहुमत वाली भाजपा सरकार की छवि धूमिल हुई है। इस बयान के कारण विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ था और कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग कर दी थी। उन्होंने कहा कि वह भाजपा के अनुशासित सिपाही हैं और हमेशा पार्टी के लिए काम किया है। उन्होंने अपनी गलती मानते हुए कहा कि इस मामले में अब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को ही फैसला लेना है। उन्होंने यह भी कहा कि वह पार्टी से नाराज नहीं हैं, अगर वह नाराज होते तो मुस्कुरा नहीं रहे होते। किरोड़ीलाल मीणा के फोन टैपिंग वाले बयान से राजस्थान में सियासी विवाद खड़ा हो गया था। भाजपा ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए उन्हें नोटिस भेजा था। अब मीणा ने अपनी गलती मान ली है और पार्टी को जवाब भी भेज दिया है। अब देखना होगा कि भाजपा इस पर क्या फैसला लेती है।

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