24 न्यूज अपडेट. उदयपुर। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्यागिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर पेन्शनर्स वेलफेयर सोसायटी की ओर से आज सुबह 11 बजे 200 से अधिक सदस्यों का धरना विवि के प्रशासनिक भवन के सामने धरना आरंभ हुआ। अध्यक्ष डॉ भटनागर ने बताया कि इसकी सूचना प्रशासन को पहले ही दे दी गयी थी। समय समय पर विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ हुई वार्ताओं एवं अनेकों पत्रों के माध्यम से पेन्शनर्स की समस्याओं के निराकरण के लिये प्रार्थना की गयी लेकिन अभी तक एमपीयूएटी विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से कोई निर्देश जारी नहीं हुए हैं जिस कारण से सभी पेन्शनर्स साथी व्यथित हैं और उनमें रोष व्याप्त है और मजबूर हो कर उन्हें गर्मी में यूनिवर्सिटी के समक्ष धरना देना पड़ा। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पेंशनर से बात करना भी उचित नहीं समझा और सभी गेट पर ताले जड़ दिये गये इससे वयोवृद्ध पेंशनर को धूप में पैदल चलना पड़ा। वरिष्ठ पेंशनर डॉ कंठालिया, डॉ अमेटा, डॉ एस के भटनागर, आर के राजपूत इत्यादि ने पेंशनर को संबोधित किया। बताया गया कि हाल ही में राजस्थान सरकार द्वारा पेन्शनर्स के लिए दोनों डी. ए. 46 प्रतिशत एवं 50 प्रतिशत के आदेश भी विश्वविद्यालय में जारी नहीं किये और इसे राजस्थान सरकार को स्वीकृति हेतु भेज दिया । उल्लेखनीय है कि एमपीयूएटी पेन्शनर्स का डी.ए. जुलाई 2023 से बाकी है। राज्य के अन्य कृषि विश्वविद्यालयों और समान्य विश्वविधालयो में अपने पेन्शनर्स को दोनों डी.ए. 46 प्रतिशत एवं 50 प्रतिशत के आदेश जारी कर दिये हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन को होली पूर्व 21 मार्च और बाद में 26 तारीख को पत्र के माध्यम से पुनः निवेदन किया गया था कि सभी पेन्शनर्स के हितों को ध्यान में रखते हुए शीघ्र ही दोनो डी.ए. के आदेश जारी किये जाये। यदि यह आदेश 27 मार्च 2023 तक जारी नहीं किये जाते हैं तो सोसायटी के सभी सदस्य दिनांक 28 मार्च 2024 को प्रातः 11 बजे विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन के सामने धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे और इससे होने वाली अव्यवस्थाओं के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन जिम्मेदार होगा।
पेंशनर गरजे-वीसी साहब को शर्म नहीं आती, 80 साल से ज्यादा के पेंशनर धूप में बैठे हैं और उन्होंने गेट पर ताले लगवा दिए…….

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