24 न्यूज अपडेट. डूंगरपुर। कोतवाली थाना पुलिस ने बताया कि गलियाकोट क्षेत्र के माविता निवासी राजमल डेंडोर और रमेश डेंडोर गुजरात के कलोल में मूर्तियों का काम करते हैं। राखी पर दोनों घर जा रहे थे। रविवार शाम को दोनों डूंगरपुर पहुंचे। यहां पर रोडवेज डिपो के पास खड़े थे। तभी 2 युवक आए और उनसे पूछताछ करने लगे। दोनों का अंदाज पुलिस वाला था। कड़क अंदाज में बात करने पर दोनों काफी घबरा गए। पुलिसकर्मी की आईडी दिखाकर बदमाशों ने दोनों को डराया। इसके बाद उनसे पूछताछ की और तलाशी लेने लग गए। उनके पास मिले पैसों के बारे में पूछने लगे। राजमल के पास 42 हजार और रमेश के पास 23 हजार रुपए कैश थे जो वो गुजरात से लेकर आ रहे थे। पुलिसकर्मी बताने वाले बदमाशों ने उनके रुपए लिए और देखने लगे। इस बीच उन्होंने झांसा दिया कि चोरों से बचाने के लिए रुपए लिफाफे में डालकर ले जाओ। उन्होंने लिफाफा निकला और उसमें रूपए डालने का नाटक करने लगे। उसके बाद लिफाफा दोनों को पकड़ा दिया। रुपए लिफाफे में होने का बताकर दोनों ध्यान रखने का कहते हुए फरार हो गए। थोड़ी देर बाद जब दोनों खरीददारी करने बाजार में पहुंचे व लिफाफे से रुपए निकालने के लिए खोला तो अन्दर रुपए की जगह कागज के टुकड़े निकले। दोनों हक्के बक्के रह गए। इसके बाद दोनों गांव पहुंचे व सरपंच को घटना की सूचना दी। रविवार को रात को कोतवाली थाने पहुंचे और रिपोर्ट दी है।
पुलिसकर्मी बनकर आए ठग, मूर्तिकारों से ठगे 65 हजार, लिफाफा दिया, खोलकर देखा तो नोट की जगह निकले कागज

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