24 न्यूज अपडेट उदयपुर। नगर निगम का कार्यकाल कल खत्म हो रहा है। परसों से सभी पार्षद भूतपूर्व हो जाएंगे। काम प्रशासक देखेंगे। अब बताया जा रहा है कि मौजूदा वार्डों की सीमाएं बदल जाएंगी। एक प्रदेश एक चुनाव के तहत चुनाव होंगे ते इंतजार लंबा हो सकता है। उदयपुर शहर के नए नक्शे में अब पुलिस थानों के अनुसार 34 क्षेत्रों से 30 नए वार्ड बनने जा रहे हैं अब 70 से बढ़कर 100 वार्ड हो जाएंगे। निगम की वार्ड विस्तार योजना या नए परिसीमन की कवायाद शुरू हो गई है। अब बाहर के इलाके अर्थात भुवाणा, बड़गांव, बालीचा, तीतरड़ी, सवीना सीसारमा सहित कुल 34 नए क्षेत्रों को जोड़कर 30 नए बनेंगे। इसके साथ ही अभ जो 70 वार्ड हैं उनकी सीमाओं का नया सीमांकन पुलिस थाना क्षेत्राधिकार के अनुसार होगा। याने हर थाने का पता होगा कि उसके अधिकार में कितने वार्ड है। थाने का क्षेत्राधिकार खत्म, वार्ड की सीमा भी खत्म। ऐसे में कुछ वार्डों का तो नक्शा ही पूरी तरह से बदल जाने वाला हैं। अब 100 वार्डों में पार्षद होंगे तो बजट भी ज्यादा मिलेगा। मौजूदा निगम बोर्ड का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है। कमिश्नर प्रशासक बन जाएंगे। सारी जिम्मेदारी उनकी रहेगी। बताया जा रहा है कि निगम की सीमा का विस्तार भी अब 10 किमी तक होने जा रहा है जिसमें आस पास की पंचायतें व गांव भी आ रहे हैं। भुवाणा, बड़गांव, तीतरड़ी, बेदला, बेदाला खुर्द, शोभागपुरा, मनवाखेड़ा, सवीना खेड़ा, सीसारमा, कानपुर, देवारी, रेबारियों का गुड़ा, कलड़वास, बेड़वास, बलीचा , सुखेर, धोली मगरी, रूपनगर, एकलिंगपुरा, रकमपुरा, सापेटिया, देवाली, हवाला कला, हवाला खुर्द, जोगी तालाब, फांदा, सेठजी की कुंडाल, झरनों की सराय, रघुनाथपुरा, नेला, बिलिया को निगम में शामिल किया जा रहा है। अभी यहां पंचायतें हैं। बताया जा रहा है कि 1 लाख से ज्यादा नए वोटर जुड़ेंगे। अब वहां पर बिजली सडक पानी सफाई का जिम्मा निगम का होगा। वैसे निगम अभी यह जिम्मा संभाल नहीं पा रहा है तो बाद में क्या होगा यह देखने वाली बात होगी। इससे पहले 2019 में सीमा विस्तार का काम हुआ था। अब आबादी भी कुल 4.50 लाख से बढ़कर साढे पांच लाख हो जाएगी।
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