
24 न्यूज अपडेट, उदयपुर। भाजपा के देहात जिलाध्यक्ष पद पर आज केवल 32 साल के उदयपुर के उप जिला प्रमुख के नाम की घोषणा ने सबको चौंका दिया। नई तरूणाई व युवा जोश के साथ पुष्कर के पास भाजपा पार्टी के अलावा आरएसएस का हाई पावर बेकअप भी है। पुष्कर ने आज देहात में बरसों से स्थापित कई नामी दिग्गजों को ‘‘पुश करते हुए’’ ‘‘धराशायी’’ कर दिया व कुर्सी पर उनके नाम की घोषणा संगठन पर्व में वरिष्ठ नेता राजेंद्रसिंह राठौड़ ने की। पुष्कर के नाम की घोषणा के बाद उदयपुर में पार्टी कार्यालय और गोगुंदा में उनके गृहक्षेत्र में दोहरा जश्न मनाया गया। पाटी में सबका साथ की व्यवस्था के तहत सभी पूर्व अध्यक्षों ने उनको खुलकर बधाई दी व उज्जवल भविष्य की कामना की। पुष्कर तेली ने आज राजस्थान में सबसे कम उम्र के भाजपा के देहात जिलाध्यक्ष बनने का भी एक नया रिकॉर्ड बनाया है। पुष्कर के जिलाध्यक्ष बनने की पीछे मायने ये भी हैं कि अब आरएसएस मेवाड़ में अपनी जड़ें और अधिक गहरी करने जा रहा है व उसके लिए उसे युवा जोश का साथ मिल रहा है। पुराने राजनेता सीधे शब्दों में कहें तो आज से ही मार्गदर्शक मंडल में डाल दिए गए हैं। युवाओं के सहारे जड़े जमाकर भाजपा पार्टी भी मेवाड़ में लंबी पारी की बिसात बिछा रही है।
10 साल का पॉलिटिकल कॅरियर और शानदार मुकाम
पुष्कर तेली का केवल 10 साल का राजनीतिक कॅरियर है। हालांकि उससे पहले वे और उनका परिवार आरएसएस से जुड़ा हुआ हैं वे खुद आरएसएस में प्रथम वर्ष प्रशिक्षित हैं। भाजपा देहात जिला में कई दिग्गज नाम दौड़ में शामिल थे व उनकी दावेदारी भी कल तक मजबूत बताई जा रही थी लेकिन आज खेल बदल गया। पुष्कर की प्रारंभिक शिक्षा गोगुंदा में विद्या निकेतन से हुई। उसके बाद वे उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में पढ़ने आए और यहां से उन्होंने बीए किया। परिवार में पिताजी पन्नालाल तेली सामाजिक कार्यकर्ता व पार्टी से जुड़े हुए हैं। पूरा परिवार ही संघ से जुड़ा हुआ है। आरएसएस के गोगुंदा शहर के संघ प्रमुख भी पुष्कर तेली रहे हैं। पुष्कर ने पहली बार 2016 में चुनाव लड़ा व गोगुंदा से प्रधान बने। उसके बाद प्रधान रहते हुए उन्होंने खूब नाम कमाया। पार्टी ने उन पर भरोसा किया और जिला परिषद के चुनाव में जब समीकरण बड़े नेताओं के आस-पास से बनते बिगड़ते दिखाई दे रहे थे, तब उनके नाम पर दांव खेला गया और वे राजस्थान में सबसे कम उम्र के जिला प्रमुख बन गए।
कई पदों व चुनावों में संभाली अहम जिम्मेदारी
पुष्कर ओबीसी मोर्चा के प्रदेश महामंत्री भी हैं। सलूंबर उप चुनाव में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गुजरात के मेहसाणा में एक महीने तक विधानसभा चुनावों की जिम्मेदारी संभाली व सीट जिताई। समर्थकों का कहना है कि उन्होंने ग्राउंड लेवल पर जो काम किए, उसी के आधार पर यह पुरस्कार मिला है। अंदरखाने बताया जा रहा है कि उनकी ताजपोशी में संघ का विशेष योगदान है। परिवार में दादा-दादीजी, एक छोटा भाई है जो क्रशर का फैमिलि बिजनेस करते हैं। उनके तीन साल का बच्चा है।
बोहरा गणेशजी, सगसजी का आशीर्वाद
पुष्कर तेली देहात जिलाध्यक्ष बनते ही सबसे पहले प्रथम पूज्य बोहरा गणेशजी का आशीर्वाद व उसके बाद सगसजी बावजी स्थानक पर आशीर्वाद लेने गपहुंचे। अपने निवास गोगुंदा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि संगठन ने मुझे जो जिम्मेदारी दी है उस पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा। सबको साथ लेकर चलूंगा। गोगुंदा के पूर्व उप प्रधान पप्पूराणा भील ने बताया कि पुष्कर 2019 में उदयपुर लोकसभा सीट के भी चुनाव प्रभारी थे। देहात में कुल 6 दिग्गजों ने जिलाध्यक्ष की दावेदारी की थी। इसमें पुष्कर तेली के अलावा वर्तमान जिलाध्यक्ष चंद्रगुप्तसिंह चौहान, पूर्व जिलाध्यक्ष भंवरसिंह पंवार, तखतसिंह शक्तावत, नरेंद्रसिंह आसोलिया और गीता पटेल शामिल थे।
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