24 News Update जयपुर। लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क पर राजस्थान पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने बड़ी चोट करते हुए दुबई में सक्रिय मास्टरमाइंड इलियास खान को भारत पहुंचते ही गिरफ्तार कर लिया। गिरफ़्तारी की यह बड़ी कार्रवाई अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, अपराध शाखा व एजीटीएफ प्रमुख श्री दिनेश एम.एन. के निर्देशन में की गई।
गिरफ्तारी ऑपरेशन
यह कार्रवाई श्री योगेश यादव, उप महानिरीक्षक पुलिस (अपराध शाखा) के सुपरविजन में और श्री सिद्धान्त शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में की गई। थाना साइबर आयुक्तालय जयपुर के प्रकरण संख्या 357/2024 के अनुसंधान के तहत, रामगढ सेठान (सीकर) से इलियास को गिरफ्तार किया गया।
टीम में अनुसंधान अधिकारी श्री फूलचन्द टेलर, निरीक्षक रविन्द्र प्रताप, सुनिल जागिड़, मनिष शर्मा, उप निरीक्षक कमलेश चौधरी, हैड कांस्टेबल मोहन भूरिया, सन्नी कुमार, कांस्टेबल सुरेन्द्र, कुलदीप सिंह, चालक श्रवण, और रामगढ़ थाने से थानाधिकारी पवन, संदीप, विकास, व डीएसटी टीम का सहयोग रहा।
आरोपी की पहचान और गतिविधियाँ
गिरफ्तार आरोपी इलियास पुत्र श्री हाकम अली, जाति कायमखानी मुसलमान, उम्र 30 वर्ष, निवासी वार्ड 36, रामगढ़ सेठान, जिला सीकर का रहने वाला है।
वर्तमान में वह दुबई के शारजाह स्थित अलजुबेर सुपर मार्केट के पीछे वलदिया बिल्डिंग में रह रहा था।
वह दुबई पुलिस के स्टोर कीपर के पद पर कार्यरत था, और उस पुलिस ID का दुरुपयोग कर भारत के कुख्यात गैंगस्टरों को दुबई में पनाह देता था।
गैंग के साथ सीधा संपर्क और मदद
लॉरेंस विश्नोई/रोहित गोदारा गिरोह के प्रमुख सदस्यों को दुबई में छिपने, रहने, और गतिविधियाँ संचालित करने में मदद करता था।
दुबई के मुसादात पुलिस स्टेशन (Central Jail) के पास स्टोरकीपर की नौकरी करता था।
पहले भी दुबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है – ID दुरुपयोग और आपराधिक संदिग्ध गतिविधियों के चलते।
दुबई के बरदुबई इलाके के थाने में दर्ज प्रकरण में जेल भी काट चुका है, जिसमें दो अन्य आरोपी भी पकड़े गए थे।
गैंग के सदस्यों को RCN (Red Corner Notice) जारी हुआ है या नहीं, इसकी जानकारी वह उन्हें देता था।
हवाला के माध्यम से पैसे का संचालन करता था और इसी पैसे से दुबई में लक्जरी लाइफ जीता था।
मुख्य ठिकाना और गैंग की गतिविधियाँ
दुबई का रॉला मॉल इलाका उसका मुख्य अड्डा था, जहां हरियाणा-पंजाब के वांछित अपराधियों को भी छिपाया जाता था। वीरेन्द्र चारण, रोहित गोदारा, महेन्द्र सारण जैसे नामी अपराधियों को उसने ठिकाने उपलब्ध कराए। एजीटीएफ को दुबई में शेल्टर्स और लोकल असिस्टेंस की पुख्ता जानकारी पहले से थी। जब एजीटीएफ के दुबई पहुँचने की संभावना बनी, तब इलियास ने वीरेन्द्र चारण को अलर्ट कर दुबई से फरार करवा दिया।
सलीम खान की रेकी और हत्या की साजिश
आरोपी ने जयपुर के फल व्यापारी सलीम खान की जयपुर और रामगढ़ में रेकी करवाई। सोशल मीडिया के माध्यम से सलीम का मोबाइल नंबर वीरेन्द्र चारण को दिया। इलियास ने कहा था – “मोटी मुर्गी है, अच्छे पैसे देगा”। उसने दावा किया कि वह स्वयं इंडिया जाकर मीडिएशन करेगा और हवाला से पैसे भिजवाएगा।
अन्य जानकारियाँ
आरोपी 2014 से दुबई में रह रहा है।
उसने दो शादियाँ की हैं, पहली पत्नी ने दहेज का केस दर्ज करवाया था, जिसमें वह भारत में जेल भी जा चुका है।
वर्तमान में SIT टीम द्वारा उससे गहराई से पूछताछ की जा रही है, और गैंग के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को लेकर कई और बड़े खुलासों की उम्मीद है।
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