24 न्यूज अपडेट.उदयपुर। उदयपुर में सहेली मार्ग पर तेज रफ्तार कार की टक्कर से बाइक सवार जिम ट्रेनर विपिन मीणा की मौत के मामले में पुलिस ने तीन दिन बाद कार चालक की पहचान की है। कार चालक फील्ड क्लब मेम्बर संजय खमेसरा है व उनकी कार सेएक्सीडेंट हुआ और युवक की मौत हो गई। पुलिस को तीन दिन क्यों लग गए यह चर्चा का विषय बना हुआ है जबकि ऐसे मामलों में पुलिस तुरंत आसानी से पता लगा सकती है कि कौन आरोपी था। अब भी पहचान सीसीटीवी से हुई है तो हादसे के बाद भी हो सकती थी। ये इच्छाशक्ति की कमी थी या कोई दबाव था। थानाधिकारी डॉ हनुवंत सिंह राजपुरोहित ने बताया कि शुरुआत में 3 कार और उनके चालक की पहचान की थी। सीसीटीवी सहित अन्य पड़ताल से पता लगागया गया कि इनमें संजय खमेसरा की कार से एक्सीडेंट हुआ। संजय खमेसरा भूरे रंग की होंडा सिटी लेकर फील्ड क्लब की तरफ आ रहे थे। अचानक फील्ड क्लब गेट की तरफ टर्न लेने से हादसा हुआ। बाइक और कार आपस में हिट नहीं हुए। अचानक संजय खमेसरा की कार युवक के सामने आने से वह अनियंत्रित हो गया और बाइक फुटपाथ से टकरा गई थी। हादसे में युवक के सिर पर गंभीर चोट लगी। जिसके बाद उसकी मौत हो गई। थानाधिकारी ने बताया कि आरोपी की पहचान के बाद अब उसके खिलाफ जल्द कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हादसा चार दिन पहले 9 मई को सुबह के समय हुआ। जब जिम ट्रेनर विपिन मीणा रोजाना की तरफ सुबह जिम के लिए जा रहा था। तभी फील्ड क्लब से निकली एक तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार जिम ट्रेनर को टक्कर मार दी। इससे उसकी मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया था कि क्लब प्रशासन ने कार चालक को फतहपुरा वाले गेट से बाहर निकाल दिया और फरार होने में साथ दिया। इधर, फील्ड क्लब सचिव उमेश मनवानी ने कहा था कि बाइक अनियंत्रित होकर विद्युत पोल से टकरा गई थी जिससे युवक की मौत हुई है। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की पता लगा कि फील्ड क्लब गेट का सीसीटीवी कैमरा उसी रात 2 बजे से बंद था। इसलिए यह घटना उसमें रिकॉर्ड नहीं हो पाई। सीसीटीवी क्यों बद था व इसका पता क्यों नहीं चल पाया यह बडा सवाल है।
तीसरे दिन आया खमेसरा का नाम, क्लब का कैमरा था बंद, पुलिस की थ्योरी-कार से नहीं टकराया

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