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जो दिल में छुपा के रक्खा था, वो राज लबों पर आया ……ताराचंद मीणा से पूछा-किसके साथ कहां-कहां घूमे, वो रिश्ता क्या कहलाता था स्पष्टीकरण दीजिए (खबर में वीडियो जरूर देखें)

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24 न्यूज अपडेट उदयपुर। भाजपा ने कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा पर व्यक्तिगत हमला करते हुए आज भरी प्रेसवार्ता में पूछ लिया कि -वो रिश्ता क्या कहलाता था, कहां-कहां गए, कहां-कहां धूमे इसका स्पष्टीकरण दीजिए। इतनी तल्ख्यिं उदयपुर की राजनीति में पहले कभी नहीं देखी गई। आज विधायक तारांचद मीणा की मौजूदगी में हुई भाजपा की प्रेसवार्ता में वरिष्ठ नेता प्रमोद सामर ने कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा के लिए वो कह दिया जो अब तक दिल में छुपा कर रखा था, याने बात जुबां पर आ ही गई। राजनीतिक तल्खियों में भाषायी मर्यादाओं की लगता है अब नई लक्ष्मण रेखाएं बनाने का दौर आ गया है। सामर ने पूर्व कलेक्टर साहब पर प्रहार करते हुए कह दिया कि वे कहते थे कि पर्यटन के क्षेत्र में काम करूंगा। आपने पर्यटन के विकास में कम रूचि ली व पर्यटक के रूप में ही घूमते रहे। कहां-कहां घूमे, कहां-कहां गए, क्या रिश्ते थे, इसका भी स्पष्टीकरण दीजिए। उनका इशारा किस ओर है यह सब जान गए मगर ऑफिशियल कोई कुछ नहीं कह सका। याने राज जुबां पर आ गया मगर फिर भी राज राज ही रहेगा। सवाल ये उठ रहा है अब कि यदि सैर सपाटे चल रहे थे और गैर सरकारी लोग भी शामिल थे तो फिर, सवाल तब भी दागे जा सकते थे कि उनसे आपके क्या रिश्ते हैं। विरोध तब भी मुखर होकर किया जा सकता था कि आप किनके साथ कथित रूप से क्यों घूम रहे हो आदि-आदि। मगर शहर भाजपा सब कुछ देखते हुए भी अनजान बनी रही मानों उसे इंतजार था कि कब टिकट मिले और कब यह……दिव्य…..ब्रह्मास्त्र चलाएं। मगर अब हुआ है तो इसे जनता की पंचायत में राजनीति के खाते का विरोध कंसीडर किया जाएगा।
आपको बता दें कि कलेक्टर रहते ताराचंद मीणा ने जो काम किए, उसे लेकर अब भाजपाई तीखे सवाल उठाकर उनको घेर रहे हैं। कांग्रेस का एजेंट पहले ही बता चुके हैं अब बात चाल-चलावे तक आ गई है। राजनीति का यही तकाजा है कि विरोधियों पर जमकर हमले किए जाएं मगर यह तो नहीं कि इतना पर्सनल हो जाया जाए। इसके मायने यह निकाले जा रहे हैं कि उदयपुर सीट पर मुकाबला अब बहुत कड़ा हो चला है। भाजपा को भी बाप पार्टी के समर्थन की वजह से कांग्रेस से डर लगने लगा है। ऐसे में आने वाले दिनों में पॉलिटिकल ग्राउंड कवर करने के लिए भाजपा की ओर से जुबानी हमले और तेज हो सकते हैं। कुछ नए स्टेटमेंट आ सकते हैं। वैसे कहा भी जाता है कि यदि किसी की कुंडली निकालनी हो तो उसे चुनाव में खड़ा कर दो, लोग ऐसी-ऐसी बातें निकाल कर ले आएंगे जिसके बारे में किसी को भी पता नहीं हो।

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