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जिला स्तरीय इंस्पायर अवार्ड समारोह बाल वैज्ञानिक कोई ऐसा काम करें, जिससे समस्या का समाधान हो-जिला कलक्टर

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24 न्यूज अपडेट चित्तौड़गढ़, 15 मई। भारत सरकार के बाल वैज्ञानिकों में वैज्ञानिक सोच पैदा करने एवं समस्याओं के समाधान के लिए शुरू किए गए इंस्पायर अवार्ड मानक के तहत जिला स्तरीय समारोह का आयोजन राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय (शहर) में किया गया।

दो दिवसीय इस जिला स्तरीय इंस्पायर अवार्ड में जिले के 376 बाल वैज्ञानिकों का चयन किया गया है। आयोजित जिला स्तरीय समारोह एवं मानक प्रदर्शनी के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिला कलक्टर आलोक रंजन ने बाल वैज्ञानिकों का मनोबल बढ़ाया और कहा कि बाल वैज्ञानिक कोई ऐसा काम करें, जिसकी समस्या का समाधान हो। उन्होंने आयोजित बालिकाओं द्वारा इंस्पायरिंग डांस को एक महत्वपूर्ण इनोवशन बताया।

जिला कलक्टर ने कहा कि शहरी, ग्रामीण राजकीय विद्यालयों एवं निजी विद्यालयों के बालक बालिकाएं इसमें भाग ले रहे हैं, लेकिन उनमें जिज्ञासा होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा की जिज्ञासा से ही इनोवेशन होगा। सोचने समझने और पढ़ना पूरी मेहनत से करना होगा। उन्होंने चयनित बाल वैज्ञानिकों के उज्जवल भविष्य की कामना भी की। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि बच्चे मिट्टी की तरह होते हैं, उन्हें आप बचपन से ही जिस तरह से ढ़ालेंगे व आगे चलकर नाम रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चे जिस दिशा में रुचि रखते हैं उन्हें इस दिशा में मोटिवेट करें।

इस अवसर पर उन्होंने कक्षा 6 से 10 तक के बाल वैज्ञानिकों द्वारा विभिन्न मॉडल प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। प्रारंभ में संस्था प्रधानाचार्य प्रज्ञा जैन ने इंस्पायर अवार्ड की जानकारी दी और बताया कि भारत सरकार के इस इंस्पायर अवार्ड में जिले की 376 बालक बाल वैज्ञानिक भाग ले रहे हैं। दो दिवसीय कार्यक्रम में बालक बालिकाओं ने कई मानक मॉडल तैयार किए हैं। उन्होंने कहा कि जिला स्तर के पश्चात चयनित पांच प्रतिशत बालक बालिकाएं राज्य स्तर पर जाएंगे। इसके बाद चयनित बालक बाल विज्ञानी स्टार्टअप कार्यक्रम में भाग ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से कक्षा 6 से 10वीं तक के बच्चों में वैज्ञानिक सोच का विकास करना प्रमुख उद्देश्य है।

इस अवसर पर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद दशोरा, जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक, माध्यमिक) सहित बाल वैज्ञानिक एवं अभिभावक गण मौजूद रहे।

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