24 न्यूज़ अपडेट.उदयपुर, 8 दिसंबर। गीता जयंती आयोजन समिति द्वारा निम्बार्क महाविद्यालय में आयोजित गीता जयंती महोत्सव में बाल शिक्षा सदन के विद्यार्थियों ने भगवान कृष्ण के विश्व रूप और अर्जुन को दिए गए संदेश का जीवंत मंचन प्रस्तुत किया। इस प्रेरक नाटिका ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मीडिया प्रभारी नरेश पूर्बिया ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक यज्ञ के साथ हुआ, जिसका संचालन डॉ. भूपेंद्र शर्मा ने किया। कार्यक्रम में ऑनलाइन गीता प्रश्नोत्तरी के विजेताओं को मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी लोकेश भारती और लक्ष्मण पुरी महाराज ने सम्मानित किया। कार्यक्रम की शुरुआत ओमकार प्रार्थना, तुलसी पूजन और गीता प्रार्थना से हुई, जिसका संयोजन गोपाल कनेरिया और सुभाष चंद्र मेहता ने किया। मोटिवेशनल स्पीकर आशीष सिंहल ने गीता के सभी अध्यायों का सार प्रस्तुत किया। गीताव्रती संतोष दीदी ने गीता के 15वें अध्याय का अनुपठन करवाया। धनवारहट के प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थियों और संस्कृत शिक्षिका कुंती बाला शर्मा ने गीता के 12वें अध्याय का पाठ करवाया।
संस्कृत भारती चित्तौड़ प्रांत की विद्वत परिषद प्रमुख डॉ. रेनू पालीवाल ने गीता के महत्व पर विचार रखे। प्रियंका शर्मा के सामूहिक कीर्तन ने सभी को भावविभोर कर दिया। डॉ. शीतल जोशी ने “गीता पढ़ें, पढ़ाएं और जीवन में लाएं” का आह्वान किया। साक्षी प्रजापत ने गीता के श्लोकों का हिंदी अनुवाद सामूहिक रूप से प्रस्तुत किया।
भाजपा प्रदेश आपदा विभाग के अध्यक्ष जिनेंद्र शास्त्री ने गीता को संपूर्ण मानव जाति के लिए मार्गदर्शक ग्रंथ बताते हुए कहा कि इसमें हर समस्या का समाधान निहित है। पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. जगदीश पालीवाल ने बताया कि गीता परिवार, सनातन पाठशाला, संस्कृत भारती और विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में अब तक 20,000 से अधिक लोगों को गीता संदेश दिया जा चुका है।कार्यक्रम में गीता आरती और प्रसाद वितरण के साथ समापन हुआ। रवि प्रकाश अरोड़ा और रमेश चंद्र कुम्हार ने गीता साहित्य के स्वाध्याय का संकल्प दिलवाया। इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद गौ रक्षा समिति के अध्यक्ष संपत लाल महेश्वरी, डॉ. पी.सी. जैन, रेखा मोगरा सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

