24 न्यूज अपडेट. अजमेर। एक जमाना था जब अपराधी कहीं किसी गुप्त स्थान पर इकट्ठा होकर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजनाएं बनाया करते थे लेकिन बदले जमाने में अब हाई सिक्योरिटी जिलों में बैठकर अपराधी बड़े मजे से हत्या लूट और वसूली जैसे कारनामों को अंजाम देने के बारे में सोचने लग गए हैं। ऐसा ही एक मामला अजमेर में सामने आया है जिसमें बदमाशों को प्रोडक्शन वारंट के तहत जेल से गिरफ्तार किया गया; अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बैठकर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे और रोहित गोदारा गैंग के कुख्यात बदमाश साजिश रच रहे थे। मंसूबों पर जयपुर पुलिस ने पानी फेर दिया। जैसे ही जयपुर की चित्रकूट थाना पुलिस को इस साजिश की सूचना मिली, पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें 3 आरोपियों को अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया है। याने अब अपराधी जेल में हैं तो भी वो प्लानिंग आसानी से कर लेता है। आरोपियों का संबंध राजू ठेहट हत्याकांड से भी हैं। ये सब हत्याकांड के आरोप में जेल में सजा काट रहे हैं। सभी अपराधी वहां जेल से ही ये रंगदारी और फिर हत्या की साजिश का प्लान बना कर उसको एग्जीक्यूट करने की तैयारी में थे। जयपुर पश्चिम पुलिस उपायुक्त अमित कुमार ने बताया कि एक्टार्शन जैसे मामलों में स्पेशल टीम का गठन किया गया था जिसने तहत विक्रम गुर्जर, मुकेश जाट और कुलदीप चौधरी को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में सामने आया है कि सीकर संभाग और आसापास के इलाकों के ठेके और खनन कार्य से जुड़े हुए व्यापारियों को धमकी देकर बदमाशों ने रंगदारी की प्लानिंग की। इसके बाद पुलिस ने अन्य आरोपी सोनू सिंह, लोकेश शाहु उर्फ मोदी, गिरधारी मान, हंसराज गुर्जर, जयसिंह राव, कुलदीप और जयसिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में पता चला है कि विक्रम गुर्जर और मुकेश जाट ने अजमेर हाई सिक्यूरिटी जेल से सोनू सिंह, लोकेश शाहु उर्फ मोदी, गिरधारी मान, हंसराज गुर्जर, जयसिंह राव, कुलदीप वैष्णव व जयसिंह के साथ षड़यंत्र कर रहा था। इनकी प्लानिंग व्यापारियों पर फायरिंग की थी ताकि वसूली की जा सके। सोनू सिंह ने हथियार जुटाए। लोकेश शाहु उर्फ मोदी और गिरधारी मान के साथ नाबालिग लड़कों को वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार किया। जयसिंह ने बदमाशों को वाहन के साथ मोबाइल और फर्जी सिम उपलब्ध करवाई।
कारोबारियों से रंगदारी वसूलने का हाइब्रिड मॉडल पकड़ा, अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल से बदमाश बाहर घूम रहे नाबालिग अपराधियों से अपराध करवाने का था प्लान, सिग्नल ऐप से होती थी बातचीत

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