Site icon 24 News Update

ऑपरेशन सिंदूर का कहर: ‘कायरों की मौत मरा अजहर का कुनबा: मसूद अजहर की नींदें हराम, बोला – मैं भी मर जाता तो खुशनसीब होता

Advertisements

24 News Update इस्लामाबाद. दहशत और नफरत का सौदागर, जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर आज अपने ही आतंक के जाल में फंस चुका है। भारतीय सेना की गर्जना ने बहावलपुर में उसके नापाक अड्डों को मिट्टी में मिला दिया है। ऑपरेशन ‘सिंदूर’ की आंधी ने उसके परिवार की धज्जियां उड़ा दीं और अब वो खुद कहता है, “मैं भी मर जाता तो खुशनसीब होता।”
परिवार के 10 सदस्य ढेर, अड्डे तबाह
बीबीसी उर्दू की रिपोर्ट के मुताबिक, मसूद अजहर ने अपने बयान में कबूल किया है कि बहावलपुर के ‘मरकज सुबहान अल्लाह’ में हुए भारतीय वायुसेना के हमले में उसके परिवार के 10 सदस्य और 4 नजदीकी सहयोगी मारे गए। मरने वालों में उसकी बड़ी बहन, उसका पति, भतीजा, उसकी पत्नी और पांच मासूम बच्चे भी शामिल हैं। इसके अलावा, तीन करीबी सहयोगी और एक की मां भी इस हमले का शिकार बनी।
भारत की दहाड़ से कांपा जैश का अड्डा
भारतीय वायुसेना ने बहावलपुर में जैश के सबसे बड़े अड्डे ‘मरकज सुबहान अल्लाह’ को तबाह कर दिया है। यह वही अड्डा था जहां से मसूद अजहर ने संसद हमले, पठानकोट, पुलवामा और उरी जैसी कायराना साजिशें रची थीं।
‘कायरों की मौत मरा अजहर का कुनबा’
यह वही मसूद अजहर है जिसने 1994 में भारत की सरजमीं पर कदम रखा और अपने नापाक इरादों को अंजाम देने की कोशिश की। 1999 में कंधार विमान अपहरण की साजिश रचकर उसने खुद को जेल से आजाद करवाया था। लेकिन वक्त का पहिया घूमा और आज उसी का खानदान मौत की नींद सो गया।
मसूद की मायूसी का सबब
1994 में पहली बार भारत आया मसूद, कश्मीर में आतंक की आग भड़काने के इरादे से गिरफ्तार हुआ था। तब उसने कश्मीर को “आजाद” कराने का ख्वाब देखा था, लेकिन आज उसी कश्मीर से उठी वायुसेना की गरज ने उसे हिला कर रख दिया।
अब न बचा कोई ताकतवर दोस्त
चीन जैसे ‘दोस्त’ ने भी अब उसे बचाने से हाथ खींच लिए हैं। 2019 में वैश्विक आतंकी घोषित हो चुका यह दहशतगर्द अब अपने ही अड्डों पर अपने परिवार की लाशें गिन रहा है।
अजहर की हताशा, भारत का जुनून
मसूद अजहर की यह हताशा इस बात का सबूत है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपने इरादों में कितना मजबूत है। यह वही भारत है जिसने 1947 से लेकर 2025 तक अपने दुश्मनों को हमेशा धूल चटाई है और आज फिर ऑपरेशन सिंदूर की गूंज से दुनिया को बता दिया है कि हम न सिर्फ अपनी सरहदों की रक्षा कर सकते हैं, बल्कि दुश्मन के दिल में खौफ भी पैदा कर सकते हैं।

Exit mobile version