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एसपी साहब, ये हो क्या रहा है? जनता रात भर गश्त कर पकड़ रही चोर, पुलिस सो रही चैन की नींद

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24 न्यूज अपडेट उदयपुर। आमजन में भय है इसलिए आमजन रात-रात भर गश्त कर रहा है। पुलिस निश्चिंत होकर नींद ले रहे हैं क्योंकि लोग गश्त कर रहे हैं। चोर इसलिए मस्त है क्योंकि पुलिस सो रही है। जनता चोर चोर पकड़ रही है तो पुलिस समय पर मौके पर पहुंचने की बजाय टरका रही है। थाने में गांव वालों की सुनवाई नहीं हो रही हैं। चोरी के पुराने मामलों की जांच ढंग से नहीं हो रही है। ऐसे में जनता का आक्रोष जायज है। आज सुबह मावली तहसील के पलाना कलां गांव में आक्रोशित लोगों ने पुलिस की ढिलाई पर प्रदर्शन किया। उनकी शिकायत थी कि चोर जनता ने पकड़ लिए मगर पुलिस समय पर ही नहीं पहुंची। लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की। बताया गया कि लगातार चोरियांं से तंग आकर गांव के लोग दल बनाकर रात-रात भर गश्त कर रहे हैं। कल गांव वालों ने चोरों को पकड़ लिया। पुलिस को फोन किया तो जवाब आया कि ’हम सो रहे है।’ इसके बाद लोग भड़क गए कि जिनको जागना चाहिए था वो सो रहे हैं और जिन्हें चैन की नींद सोना था वो जाग कर चोर पकड़ रहे हैं, आखिर ये हो क्या रहा है। बार-बार फोन किया मगर कोई रेस्पांस नहीं आया। बात गांव में फैली और धीरे-धीरे गांव के लोग बस स्टैंड पर इक्ट्टठा होना शुरू हो गए। रास्ता जाम कर दिया उसके बाद हिन्दी फिल्मों की पुलिस की तरह असली पुलिस पहुंची और समझाइश करने लगी। मावली एसडीएम मनसुख डामोर, थानाधिकारी रमेश कविया भी लोगों का गुस्सा देख कर पलाना कलां गांव आए। लोगों ने घासा पुलिस के रवैये पर गहरी नाराजगी जताई और कहा कि फोन पर भी सुनवाई नहीं हो रही है। पलाना गांव में चोरी की वारदात लगातार बढ़ गई है। पुलिस में शिकायत की तो रटा रटाया जवाब मिला। इस पर लोगों का पुलिस से भरोसा कम हो गया और गांव के 15 लोग रात को गश्त करने लगे। आज सुबह करीब 3 बजे लोगों ने तीन चोरों को पकड़ लिया। गांव वालों ने सख्ती से पूछताछ की तो चोरों ने कहा कि वे बिजली ट्रांसफार्मर से ऑयल चुराने आए थे। मामला गंभीर था, इसलिए पुलिस को फोन लगाया गया। बीट अधिकारी से लेकर थाने तक में फोन किया लेकिन कोई नहीं आया। इस पर गांव वालों ने करीब सवा छह बजे मुख्य मार्ग पर ही जाम लगा दिया। प्रदर्शन शुरू हो गया। ऐसा पहली बार हुआ कि किसी मामले को लेकर सुबह 6 बजे प्रदर्शन करना पड़ा हो। इस बीच गांव के मुख्य बस स्टैंड पर सैंकड़ों लोग जमा हो गए। नारेबाजी होने लगी तब जाकर पुलिस प्रशासन नींद से जागा। सरपंच नीतू जैन के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ। घासा थानाधिकारी भरत सिंह मौके पर पहुंचे और समझाइश करने लगे। इधर, थानाधिकारी का कहना है कि सरपंच ने सुबह पौने सात बजे फोन से सूचना दी और तत्काल हैड साहब को भेज दिया था। बाद में खुद मौके पर पहुंच गए। मावली एसडीएम मनसुख डामोर का कहना है कि गांव वालों में गुस्सा इस बात पर है कि थाने में उनकी सुनवाई नहीं होती है। पुलिस के आला अधिकारियों से वार्ता करेंगे, गश्त बढ़ाएंगे। लोगों का कहना है कि दो दिन पहले भी रात को गश्त के दौरानएक संदिग्ध युवक को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया था।

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