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एसएफएबी आंदोलन से एक्सपोज हो गए अधिकारी और नेता, सुविवि प्रशासन किसी की बात नहीं मानता, चक्की पिसिंग एटीट्यूड जारी, कर्मचारियों ने लगाया प्रशासनिक भवन के ताला, काम ठप

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24 न्यूज अपडेट. उदयपुरं। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर में राजस्थान सरकार की ओर से बनाये गए राजस्थान कॉन्ट्रेक्च्युअल हायरिंग टू सिविल पोस्ट रूल 2022 को लागू करने और पूर्व प्रक्रिया एसएफएबी के तहत सेवा विस्तार के आदेश जारी कराने की मांग को लेकर आज दूसरे दिन भी कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहा। कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष नारायणलाल सालवी ने बताया कि करीब 300 कर्मचारियों ने प्रशासनिक कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और हड़ताल पर रहे। प्रशासनिक भवन का दरवाजा बंद किया। दिन भर नारेबाजी चलती रही। इन कर्मचारियों को दिसंबर का वेतन नहीं मिला है और जनवरी से काम पर आने के कोई आदेश नहीं है। जबकि चार महीने पहले हड़ताल के बाद यह आदेश जारी किए गए थे कि 31 दिसंबर तक संविदा पर रखने के आदेश दिए जाएंगे और नियम तय होंगे। कर्मचारियों को प्लेसमेंट एजेंसी पर नहीं लिया जाएगा। लेकिन एक बार फिर विश्वविद्यालय प्रशासन ने धोखा कर दिया। आपको बता दें कि इस बारे में उदयपुर से लेकर जयपुर तक सभी बड़े जन प्रतिनिधि साफ कह चुके हैं कि विश्वविद्यालय में कर्मचारी ठेके पर नहीं रखे जाएंगे लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन मनमानी पर अड़ा हुआ है। आज हड़ताल से सभी प्रमुख काम ठप रहे, टीसी माइग्रेशन सहित कई जरूरी कामों के लिए बाहर से आए छात्रों ओर उनके परिजनों को बहुत परेशानी हुई। विश्विद्यालय में सारे काम बाधित हुए। कुलसचिव ने आश्वासन दिया कि कुलपति महोदया के आने पर ही आगे का निर्णय किया जाएगा। जब तक हमारी हड़ताल जारी रहेगी। आपको बता दें कि पहले भी कई बार आश्वासन दिए गएहैं व अब तक इतने ज्यादा आश्वासन दे दिए गए हैं कि सब एक्सपोज हो गए हैं। क्या नेता और क्या प्रशासनिक अधिकारी, सबके आश्वासनों की यहां पर धज्जियां उडा दी गई हैं। सुविवि प्रशासन इतना पावरफुल हो गया है कि जन प्रतिनिधियों को तो छोड़िये, जयपुर के नेताओं व उप मुख्यमं़त्री स्तर तक की बात यहां पर अनुसनी की जा रही है। कर्मचारियों ने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा उनका आंदोलन जारी रहेगा।

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