24 News Update उदयपुर, 26 जून। जिले में सड़क दुर्घटनाओं के हालात चिंताजनक हैं। गुरुवार को जिला कलक्टर नमित मेहता के निर्देश पर एडीएम सिटी वार सिंह की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई। बैठक में सड़क सुरक्षा से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के साथ सड़क दुर्घटनाओं के ताजा आंकड़े भी पेश किए गए। रिपोर्ट में साफ हुआ कि प्रतापनगर और सुखेर थाना क्षेत्र सड़क हादसों और मौतों के लिहाज से सबसे खतरनाक बन चुके हैं।
2024 में अब तक 551 मौतें
बैठक में दी गई रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में अब तक कुल 1210 सड़क हादसों में 551 लोगों की मौत और 987 लोग घायल हुए। वहीं इस साल अप्रैल तक 420 हादसों में 181 मौतें और 451 लोग घायल हुए।
थाना वार आंकड़े: सबसे खतरनाक प्रतापनगर और सुखेर
जिले के प्रमुख थाना क्षेत्रों में सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति इस प्रकार रही:
प्रतापनगर थाना क्षेत्र में वर्ष 2024 में 106 दुर्घटनाएं, जिनमें 44 लोगों की मौत और 74 लोग घायल हुए। अप्रैल तक यहां 42 हादसों में 12 लोगों की जान गई।
सुखेर थाना क्षेत्र में 2024 में 111 हादसे, 33 मौतें और 97 घायल। अप्रैल तक 36 दुर्घटनाओं में 8 की मौत और 58 घायल।
सविना थाना क्षेत्र में 66 दुर्घटनाओं में 17 मौतें और 85 घायल। अप्रैल तक 15 हादसों में 5 मौतें और 17 घायल।
हिरणमगरी थाना क्षेत्र में 35 हादसों में 5 मौतें और 34 घायल। अप्रैल तक 12 दुर्घटनाओं में 2 की मौत और 12 घायल।
सूरजपोल थाना क्षेत्र में 42 दुर्घटनाएं, जिनमें 3 मौतें और 36 लोग घायल। अप्रैल तक 14 हादसों में 1 मौत और 12 घायल।
भूपालपुरा थाना क्षेत्र में 19 हादसों में 2 मौतें और 25 घायल। अप्रैल तक 6 दुर्घटनाओं में कोई मौत नहीं हुई, जबकि 6 लोग घायल हुए।
आईरेड डेटा अपलोडिंग में देरी पर नाराजगी
बैठक में एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (आईरेड) पर डेटा अपलोडिंग में हो रही देरी पर एडीएम सिटी ने नाराजगी जताई। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, सीएमएचओ, पुलिस और परिवहन विभाग से इस पर स्पष्टीकरण तलब किया।
यातायात पुलिस में 435 में से 128 जवान तैनात
बैठक में यातायात पुलिस में स्वीकृत 435 पदों में से केवल 128 जवान तैनात होने पर चिंता जताई गई। एडीएम सिटी ने होमगार्ड और ट्रैफिक वॉलंटियर्स की मदद से यातायात व्यवस्था सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। बैठक में पीडब्ल्यूडी के आर.के. मूंदड़ा और नगर निगम के अधीक्षण अभियंता मुकेश पुजारी ने सिटी स्टेशन से कलेक्टर निवास तक एलिवेटेड रोड सहित सड़क परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी दी। सुखेर, प्रतापनगर, सविना और वॉल सिटी क्षेत्र में प्रदूषण रहित ग्रीन ज़ोन विकसित करने, ब्लैक स्पॉट्स और शराब दुकानों की स्थिति पर भी समीक्षा हुई। दुर्घटनाओं और मौतों के सर्वाधिक मामले प्रतापनगर और सुखेर थाना क्षेत्र में सामने आने पर एडीएम सिटी ने विशेष अभियान चलाकर यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराने और ब्लैक स्पॉट्स को चिन्हित कर शीघ्र सुधार के निर्देश दिए।
उदयपुर में प्रतापनगर और सुखेर की सड़कें खतरनाक, 6 माह में 77 मौतें

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