24 न्यूज़ अपडेट, उदयपुर। अन्तर्राष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ इस्काॅन की ओर से आयोजित विशाल रथयात्रा महोत्सव के पूर्व आज सायंकाल पूरी की तरह पूरे इस्काॅन मन्दिर और रथ यात्रा मार्ग का गगांजल गुलाब जल गौमूत्र आदि से इस्काॅन भक्तो के द्वारा प्रक्षालन कर विधिवत मार्जन किया जायेगा। प्रबंधक मायापुर वासी ने बताया कि अधिकांश पुजारी उडीसा के ब्रह्मचारी है।जो बारह महीने मन्दिर की प्रतिदिन स्वनिर्मित पोशाक,श्रृंगार बदल कर पधराते है। भोग प्रसाद अपने हाथो से बनाकर भोग लगाते है।उसी क्रम मे कल भगवान पूर्ण स्वस्थ होने पर, जगन्नाथ जी बलभद्र बहन सुभद्रा जी को और उनके रथ का गगांजल से मार्जन कर हाथो से निर्मित सुगंधित फूलमालाओ स्वर्णाभूषण धराकर श्रृंगार कर रथ मे विराजमान करेंगे। माताऐ बहने फूलमालाओ से मन्दिर और रथ को सजाने मे जुटी है। मन्दिर को फूलमालाओ व रंगबिरंगी लाईटो से जगमगाया है। रथ यात्रा मे सबसे आगे सजे हुए हाथी, घोड़े ऊंट जीवन्त झांकिया चलेगें।रथ के ऊपर सीमित ब्रह्मचारी वैष्णव ही रहेंगे।इस्काॅन भक्त पारम्परिक वेश-भूषा मे सिर पर कलशधारण कर साथ-साथ चलेगी वैष्णव भक्त प्रसाद वितरण आदि विभिन्न सेवाकार्य करेंगे। मायापुर वासी ने बताया कि रथ यात्रा का प्रमुख आकर्षण वृन्दावन का कीर्तन दल होगा जो आ गये है। मन्दिर और मार्ग को रंग बिरंगी रंगोली से सजाने पूने महाराष्ट्र की इस्काॅन टीम आ रही है। इधर 15 दिन से इस्काॅन माताऐ घर घर जाकर रथोत्सव का निमंत्रण दे रही है।रथयात्रा मन्दिर से प्रातः 8बजे प्रस्थान कर साँवरिया गार्डन पहुँचेगी वहाँ से 9 बजे प्रारम्भ कर यूनिवर्सिटी मार्ग होते हुए बोहरा गणेश मंदिर तिराहे पर 10 :15 पर महाआरती होगी फिर धूलकोट होते हुए महासतीया से मन्दिर पहुंचेगी। इससे पूर्व जिला व पुलिस प्रशासन बिजली विभाग नगर-निगम आदि ने इस्काॅन मन्दिर पहुंच कर पूरे मार्ग का मोका मुआयना कर इस्काॅन की प्रशंसा की। मन्दिर कमेटी हर तरह से प्रशासन को सहयोग कर रही है। मार्ग मे आने वाले तार पेड़ आदि को ऊँचा करवा दिया है। अनेक समाज संगठन संस्थाओ ने आगे बढ़चढ़कर हर तरह से सहयोग करना शुरू कर दिया है।जिसे मन्दिर कमेटी के साथ मिलकर अन्तिम रूप दिया जा रहा है।
इस्काॅन मन्दिर और रथयात्रा मार्ग का होगा मार्जन, कल प्रातः 8 बजे प्रारम्भ होगी इस्काॅन रथ यात्रा, वृन्दावन का कीर्तन दल पहुंचा उदयपुर

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