24 न्यूज अपडेट. उदयपुर। उदयपुर नगर निगम ने बकाया नगरीय विकास कर की वसूली के लिए सख्ती दिखाते हुए गुरुवार को एक बड़ी कार्रवाई की। नगर निगम आयुक्त रामप्रकाश के निर्देशन में राजस्व अधिकारी नितेश भटनागर और सहायक प्रशासनिक अधिकारी विनोद अग्रवाल के नेतृत्व में अश्विनी बाजार और लोहा बाजार में संपत्तियों को सीज किया गया। यह कदम बार-बार नोटिस के बावजूद बकाया कर जमा न करने पर उठाया गया।
अश्विनी बाजार में कार्रवाई
अश्विनी बाजार स्थित 54 नंबर भवन के मालिक सोहनलाल ताराचंद कोठारी पर 7,01,911 रुपए का नगरीय विकास कर बकाया था। नगर निगम ने कई बार नोटिस भेजकर कर भुगतान की मांग की थी, लेकिन भुगतान नहीं किया गया। इस पर निगम ने ग्राउंड फ्लोर पर बनी छह दुकानों सहित तीन मंजिलों को भी सीज कर दिया।
लोहा बाजार में कार्रवाई
लोहा बाजार स्थित 54 नंबर भवन के मालिक ताहीर अली और मोहम्मद हुसैन पर 10,89,993 रुपए का नगरीय विकास कर बकाया था। उन्हें भी समय-समय पर नोटिस दिए गए थे, लेकिन भुगतान नहीं हुआ। इसके बाद निगम ने मटेरियल गोदाम और चार दुकानों को सीज कर दिया।
आयुक्त का बयान
नगर निगम आयुक्त रामप्रकाश ने स्पष्ट किया कि बड़े बकायादारों के खिलाफ कार्रवाई को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि नगर निगम बकाया नगरीय विकास कर वसूली के लिए लगातार सख्त कदम उठाएगा। जिन संपत्तियों के मालिक समय पर कर भुगतान नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ आगे भी कार्रवाई की जाएगी। आयुक्त ने यह भी बताया कि कर वसूली अभियान के तहत पहले बड़े बकायादारों पर कार्रवाई की जा रही है और इस प्रक्रिया को सख्ती से लागू किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य नगर निगम की वित्तीय स्थिति को मजबूत करना और करदाताओं में समय पर कर भुगतान की जिम्मेदारी सुनिश्चित करना है। इधर, यह कार्रवाई अन्य कर बकायादारों के लिए चेतावनी मानी जा रही है कि यदि समय पर कर भुगतान नहीं किया गया तो निगम कड़ी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगा।

