उदयपुर। जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के ऑनलाइन पाठ्यक्रम एक्स्प्लोर ऑफ द सोलर सिस्टम हेतु नोडल केंद्र के रूप में नामित हुआ है। कुलपति कर्नल प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने बताया कि यह सहयोग अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में शिक्षा और अनुसंधान को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उन्होंने कहा कि सौर मंडल की खोज पर इसरो ऑनलाइन पाठ्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को ग्रहों, चंद्रमाओं सहित हमारे सौर मंडल के भीतर विभिन्न खगोलीय पिंडों की व्यापक समझ प्रदान करना है। इंटरैक्टिव ऑनलाइन व्याख्यानों और व्यावहारिक वीडियो के माध्यम से प्रतिभागी अंतरिक्ष अन्वेषण की दुनिया में उतरेंगे और ग्रह विज्ञान में नवीनतम प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। यह सहयोग शिक्षा और अनुसंधान में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए विद्यापीठ की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
पाठ्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी ने बताया कि यह पाठ्यक्रम प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करने और एक प्रेरक वैज्ञानिक वातावरण को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है। हम प्रतिभागियों के लिए एक समृद्ध शिक्षण अनुभव की सुविधा प्रदान करने और अंतरिक्ष अन्वेषण ज्ञान की उन्नति में योगदान देने के लिए तत्पर हैं।
सौर मंडल की खोज पर इसरो ऑनलाइन पाठ्यक्रम के लिए पंजीकरण अब देश भर के विद्यार्थियों के लिए खुला है। इच्छुक छात्र अधिक जानकारी और पंजीकरण विवरण विद्यापीठ की वेबसाइट और सोशल मीडिया पर देख सकते हैं।
अब राजस्थान विद्यापीठ करो इसरो के ऑनलाइन पाठ्यक्रम, विद्यापीठ बना नोडल केंद्र

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