24 न्यूज़ अपडेट.उदयपुर, भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय की कन्या इकाई के हिन्दी विभाग की ओर से साहित्यिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। प्रतियोगिताओं का उद्घाटन करते हुए महाविद्यालय अधिष्ठाता डाॅ. शिल्पा राठौड़ ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि साहित्य का महत्व मानव समाज के लिए सदैव रहेगा। साहित्य मनुष्य में रचनात्मकता और रसात्मकता उत्पन्न करता है। विद्यार्थियों में साहित्य सृजन की क्षमताओं को विकसित करने में इस प्रकार की प्रतियागिताएं सहायक ही होती हैं। प्रतियागिता संयोजक डाॅ. कीर्ति चूण्डावत ने बताया कि साहित्यिक प्रतियोगिताओं के अन्तर्गत सुलेख लेखन, स्लोगन लेखन, निबंध लेखन, कविता पाठ प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने बढ़चढ़कर भाग लिया। स्लोगन लेखन मतदान, नेत्रदान, शिक्षा आदि पर किया गया। निबंध लेखन में नारी की सशक्त भूमिका और देश का विकास पर विचारों को लेखन किया गया।
विभागाध्यक्ष डाॅ. हुसैनी बोहरा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियागिताओं के माध्यम से विद्यार्थियों में लेखन एवं वक्तृत्व कला का विकास होता है और उनमें आत्मविश्वास का भाव जागृत होता है। इस अवसर पर डाॅ. कंचन राठौड़, डाॅ. भावना झाला, डाॅ. रेखा मेनारिया, विद्यार्थीगण आदि उपस्थित थे।
साहित्य रचनात्मकता और रसात्मकता उत्पन्न करता है

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