24 न्यूज अपडेट. जयपुर। सब इंस्पेक्टर भर्ती-2021 परीक्षा के चर्चित पेपर लीक मामले में हाईकोर्ट में गुरुवार को 16 ट्रेनी एसआई को जस्टिस गणेशाराम मीणा की कोर्ट ने जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया। अब तक कुल 26 को जमानत मिल गई है। ट्रेनी सब इंस्पेक्टर पर लिखित परीक्षा से पहले पेपर पहुंच जाने का आरोप था। हाईकोर्ट ने पेपर दिखाने वाले हैंडलर सुरेश साहू की जमानत याचिका को खारिज कर दिया। इससे पूर्व 22 नवंबर को हाईकोर्ट ने 10 ट्रेनी एसआई को जमानत दी थी। वकील वेदांत शर्मा ने मीडिया से कहा कि ट्रेनी एसआई विवेक भांभू, श्रवण कुमार विश्नोई, रेणु कुमारी, नरेश कुमार, अजय विश्नोई, नारंगी कुमारी, दिनेश कुमार, सुरेंद्र कुमार बगड़िया, दिनेश विश्नोई, मालाराम, सुभाष विश्नोई, प्रियंका कुमारी, राकेश, मंजू देवी, सुरजीत सिंह यादव और गोपीराम जांगू जमानत मिली है। मास्टरमाइंड यूनिक भांभू के छोटे भाई विवेक भांभू को भी जमानत दी गई है। विवेक की गिरफ्तारी के दौरान चूरू स्थित घर पर कार्रवाई हुई थी। तब नगर परिषद ने चूरू की पूनिया कॉलोनी में दो प्लॉट पर किए अवैध निर्माण को गिराया गया था। अब तक 50 एसओजी ने ट्रेनी एसआई और पेपर लीक गैंग से जुड़े 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। कई ट्रेनी एसआई एसओजी के रडार पर हैं। एसओजी ने अप्रैल में पहली बार एग्जाम से जुड़े ट्रेनी एसआई की गिरफ्तारी की थी। पेपर लीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के पूर्व सदस्य रामू राम राईका, उसके बेटे देवेश राईका और बेटी शोभा राईका की भी गिरफ्तारी हुई। रामूराम राईका ने बेटे-बेटी के लिए एसआई परीक्षा से 6 दिन पहले ही पेपर की व्यवस्था कर दी थी। रामू राम जानता था कि बेटे-बेटी पेपर को भी एक-दो दिन में पढ़कर पास नहीं कर सकते थे। छह दिन तक दोनों बच्चों को पेपर की तैयारी कराई गई थी। राइका को पेपर बाबूलाल कटारा से मिला था। इसके बाद निलंबित मेंबर कटारा को भी जयपुर सेंट्रल जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लिया गया।
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