24 न्यूज़ अपडेट सलूंबर । जयसमंद पंचायत समिति के प्रधान गंगाराम मीणा की कार्यप्रणाली से नाखुश होकर कांग्रेस के 10 में से 6 सदस्यों ने प्रधान के खिलाफ उदयपुर जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी हेमेंद्र नागर को अविश्वास प्रस्ताव सौंपा। बता दें कि 15 सदस्यीय बोर्ड में 10 सदस्य कांग्रेस, 4 सदस्य भाजपा एवं 1 सदस्य रेशमा मीणा निर्दलीय है। सीईओ हेमेंद्र नागर ने बताया कि पंचायत समिति जयसमंद के कांग्रेस सदस्यों ने गुरुवार को जयसमंद प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सौंपा। उक्त प्रस्ताव को लेकर नियमानुसार प्रक्रिया शुरू कर दी है। सीईओ ने बताया कि कुल सदस्यों में से एक तिहाई सदस्य भी अविश्वास प्रस्ताव सौंप सकते हैं। अविश्वास प्रस्ताव पारित पंचायत समिति सदस्यों के मतदान के बाद होगा। वहीं प्रधान के खिलाफ क्षेत्र में विकास के कार्य नहीं करवाने का भी आरोप लगाया है। इधर, अविश्वास प्रस्ताव सौंपने के बाद सभी आठों सदस्यों के भूमिगत होने की जानकारी सामने आई है। जानकारी के अनुसार जयसमंद पंचायत समिति बनने के बाद पहली बार कांग्रेस की तरफ से गंगाराम मीणा को प्रधान की कुर्सी पर बैठने का अवसर मिला। करीब चार साल के अंदर ही प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने पर कांग्रेस पार्टी में खलबली मच गई है। कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं को इसकी भनक तक नहीं लगी। पूर्व सांसद रघुवीर सिंह मीणा ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की जानकारी नहीं होने की बात कही
जयसमंद प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव, कांग्रेस में खलबली और प्रस्ताव सौंपने वाले सदस्य हुए भूमिगत

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