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गांव-गांव बज रहे लठ, हाथों में आई कुल्हाड़ियां…..पकड़ में नहीं आ रहा नरभक्षी पेंथर, मां-बेटी को दिखा, मुर्गी उठाकर ले गया, सरिस्का-रणथम्भौर के अधिकारी तैनात, दो नई इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम एक्शन में

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24 न्यूज अपडेट. उदयपुर। तीसरी रात भी आंखों में ही कटी। गांव-गांठ गश्त करने वालों के लठ बज रहे हैं लेकिन पेंथर है कि काबू में ही नहीं आ रहा हैं। वन विभाग भी लगातार नई रणनीति पर काम करते हुए नए दलों की तैनाती कर रहा है। अब टाइगर को ट्रेक करने वालों की टीम की तैनाती की गई है। दो क्विक इमरजेंसी रेस्पोंस टीमें बुलाई गई हैं जिनमें से एक ने आज काम करना शुरू कर दिया हैं बाकी व परसों से एक्टिवेट होगी। इस बीच खबर आई कि कल रात को मां-बेटी को पेंथर आता हुआ दिखाई दिया तो उन्होंने घर में घुसकर दरवाजा बंद कर दिया। पेंथर घर के अहाते से मुर्गी ले गया। शोर मचाने पर गांव के लोग लाठी-कुल्हाड़ी लेकर आए। गोगुंदा के मजावद ग्राम पंचायत के खेड़ा गांव में यह वाकया हुआ। बता दें कि यह गांव कुडाऊ से 3 किलोमीटर की दूरी पर है, जहां 25 सितंबर की रात आदमखोर पेंथर ने 5 साल की बच्ची का शिकार किया था। बताया गया कि पूनाराम गमेती के घर के बाहर मां और बेटी को पेंथर दिखा। उसने मुर्गियों का शिकार किया। लोगों ने यहां पर लठ के साथ ही कुल्हाडियां भी थाम ली है। पिंजरा लगाने की मांग की गई हैं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक पवन उपाध्याय ने इस बीच मीडिया को जानकारी दी कि पेंथर को शूट आउट करने के लिए शुक्रवार से स्पेशल ऑपरेशन शुरू किया गया है इसमें दो टीम फिल्ड में हैं। पहली टीम 4 से 6 अक्टूबर तक गोगुंदा में रहेगी। टीम को सीसीएफ वाइल्डलाइफ जयपुर टी. मोहन राज लीड करेंगे। टीम में सरिस्का फील्ड डायरेक्टर संग्राम सिंह और रामगढ़ विषधारी डीसीएफ संजीव शर्मा रहेंगे। मुख्य वन संरक्षक उदयपुर सुनील छिद्री ने बताया कि स्पेशल ऑपरेशन चलाने के लिए ईआरटी टीम गोगुंदा पहुंच चुकी है। इनके नेतृत्व में ऑपरेशन के लिए रणनीति बनाई गई है। जल्द ही लेपर्ड को सशर्त पहले ट्रैंकुलाइज किया जाएगा। यदि वह पकड़ में नहीं आता है तो उसे शूट आउट करेंगे। टीम को सफलता नहीं मिलती है तो दूसरी टीम 7 से 9 अक्टूबर स्पेशल ऑपरेशन चलाएगी। दूसरी टीम में एपीसीएफ वाइल्ड लाइफ राजेश गुप्ता, रणथंभौर के फील्ड डायरेक्टर अनूप केआर और केवलादेव नेशनल पार्क भरतपुर के डीसीएफ मानस सिंह शामिल हैं। ये 7 अक्टूबर को गोगुंदा आएंगे।
इधर, ग्रामीणों में, खासकर वन विभाग के कर्मचारी-अधिकारी के खिलाफ जोरदार गुस्सा देखने को मिल रहा है। एक दिन पहले भी केवलों का खेड़ा गांव में ग्रामीणों ने वन विभाग के कर्मचारियों पर पत्थरबाजी करते हुए भगाया था। कर्मचारियों ने स्कूल में बंद होकर जान बचाई तो कुछ वाहनों से इधर-उधर भाग निकले।एसडीएम नरेश सोनी, थानाधिकारी शैतानसिंह नाथावत और उप जिला प्रमुख पुष्कर तेली मौके पर पहुंचे और समझाइश की थी।

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