24 न्यूज अपडेट उदयपुर। आरटीआई में लंबी जद्दोजत के बाद आखिरकार एसपी साहब ने थाना स्तर पर ही सीसीटीवी फुटेज मुहैया कराने का आदेश जारी कर दिया है। देश के जाने माने आरटीआई एक्टिविस्ट व पत्रकार जयवंत भैरविया की ओर से की गई पहल अब रंग लाई है। भैरविया ने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक की ओर से यह आदेश निकाला गया है कि आपराधिक प्रकरणों और परिवादों में आरटीआई के अंतर्गत थाना स्तर पर सीसीटीवी फुटेज दिए जाएं। इसके लिए हर थाने में दो-दो जनों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। यह काम स्टेट क्राइम ब्यूरो की एसओपी के तहत किया जाना है। आपको बता दें कि इस मुद्दे पर 24 न्यूज अपडेट ने खबर प्रकाशित की थी व बताया था कि किस तरह से लोगों को आरटीआई में कुछ बहाने बनाते हुए थानों के सीसीटीवी फुटेज देने से इनकार किया जा रहा है जबकि पुलिस मुख्यालय की ओर से देने का स्पष्ट आदेश है। अब कोई भी व्यक्ति थानों के फुटेज मांग सकता है। एसपी साहब की यह पहल आमजन में विश्वास बहाली के लिए बड़ा कदम कहा जा सकता है।
जर्नलिस्ट जयवंत भैरविया ने बताया कि उनके पास ऐसे कुछ मामले आए जिनमें पुलिस थाने के सीसीटीवी फुटेज देने से मना कर रही थी। उन्हें पुलिस ने गोपनीयता का बहाना बनाते हुए सीसीटीवी फुटेज देने से मना किया। जयवंत भैरविया ने राज्य सूचना आयोग तक प्रयास किए और जयपुर पुलिस मुख्यालय से डेटा जुटाया जिससे यह सामने आया कि एक एसओपी पहले ही स्टेट क्राइम ब्यूरो की ओर से जारी की जा चुकी है जो उदयपुर पुलिस के पास भी पहुंची लेकिन पुलिस उस पर अमल ही नहीं कर रही थी। उदयपुर पुलिस ने पहले तो जवाब दिया कि एसओपी संबंधी आदेश उसके पास उपलबध नहीं हैं उसके बाद भैरविया ने फिर से मुख्याय से आदेश भेजने के सक्ष्य मांगे जो उन्हें दिए गए। इससे यह स्पष्ट हो गया कि उदयपुर में ही टालमटोल हो रहा है। इस बीच राज्य सूचना आयोग ने भी कई मामलों में सुनवाई करते हुए आदेश जारी किए कि सरकारी कार्यालय व पुलिस थानों में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे का उद्देश्य गोपनीयता बनाए रखने के लिए नहीं है, बल्कि निष्पक्षता, पारदर्शिता और तथ्यों की प्रमाणिकता के उद्देश्यों से लगाए गए हैं। राज्य आयोग से फटकार लगाते हुए पुलिस को यह आदेश दिए थे। इससे पहले भैरविया को उदयपुर पुलिस ने आरटीआई में बहाने बनाते हुए जवाब दिया कि थानों में मुखबीरों का आना जाना रहता है और मामलखाने व हथियारों की जानकारी भी इससे सार्वजनिक हो सकती है इसलिए सीसीटीवी फुटेज नहीं दिए जा सकते। अब यह साबित हो गया है कि यह केवल बहानेबाजी थी क्योंकि खुद उदयपुर के एसपी साहब की ओर से सीसीटीवी फुटेज मुहैया कराने के आदेश जारी किए गए हैं। आपको बता दें कि सीसीटीवी फुटेज के बारे में 24 न्यूज अपडेट ने राज्य सूचना आयोग व स्टेट क्राइम ब्यूरो के आदेशों पर आधारित समाचार प्रकाशित किए थे। इस पर जयपुर मुख्यालय में भी संज्ञान लिया गया और वहां से भी अधिकारियों को ताकीद किया गया कि वे सीसीटीवी फुटेज देने से मना नहीं करें।
खबर का असर : अब आरटीआई में थाना स्तर पर ही देने होंगे सीसीटीवी फुटेज, रंग लाई आरटीआई एक्टिविस्ट जयवंत भैरविया की मुहिम

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